बेंगलुरु, हजामत की दुकान में कराई गई गर्दन की मालिश एक युवक को महंगी पड़ गई, जिससे उसे लकवा मार गया। इलाज के बाद और 2 महीने आराम करने के बाद, युवक अब ठीक हो गया है। डॉक्टरों ने लोगों को चेतावनी दी है कि बिना उचित प्रशिक्षण के, गैर-पेशेवर लोगों से मालिश करवाने के बारे में सावधानी बरतें।
शहर में हाउस कीपिंग का काम करने वाले बल्लारी मूल के 30 वर्षीय कल्लेश (बदला हुआ नाम) इस जानलेवा समस्या से उबर गए हैं। हजामत बनवाने गए थे तो उन्होंने मुफ्त में कंधे और गर्दन की मालिश करवा ली। इस दौरान नाई ने जैसे ही उनकी गर्दन घुमाई, उन्हें तेज दर्द हुआ। लेकिन, यह सोचकर कि यह ठीक हो जाएगा, वह घर वापस आ गए। हालांकि, एक घंटे के अंतराल में उन्हें बोलने में दिक्कत और शरीर के बाएं हिस्से में लकवा जैसा महसूस हुआ। इससे घबराकर कल्लेश आस्टर आर.वी. अस्पताल गए और भर्ती हो गए।
गर्दन घुमाने के कारण कैरोटिड धमनी (गर्दन की नस) में पानी भर गया था और मस्तिष्क के प्रतिनिधि चित्र भाग में रक्त का संचार कम हो गया था, जिससे लकवा मार गया था।
इस बारे में बात करते हुए, आस्टर आर.वी. अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. श्रीकांत स्वामी ने कहा, ‘कल्लेश को सामान्य लकवे से अलग तरह की समस्या थी। जबरदस्ती गर्दन घुमाने की वजह से यह समस्या हुई थी। कल्लेश को ब्लड थिनर दिया गया और लकवा बढ़ने से रोकने के लिए इलाज किया गया। वह अपने घर चले गए और इलाज करवाने के बाद ही ठीक हुए हैं।’
गर्दन की हड्डी, संवेदनशील
पीठ से निकलकर गर्दन से होकर जाने वाली हड्डी और उसके आसपास की संरचनाएं बेहद संवेदनशील होती हैं। अचानक गर्दन घुमाने से यह समस्या हो सकती है। इसलिए उचित मार्गदर्शन, प्रशिक्षण के बिना मालिश नहीं करनी चाहिए। मालिश करवाने वालों को भी इस बारे में सतर्क रहना चाहिए, ऐसा डॉक्टरों ने बताया है।