



हल्द्वानी, अपनी जुबान को लेकर हमेशा से विवादों में रहने वाले उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत (Bansidhar Bhagat) ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. बंशीधर भगत ने हल्द्वानी में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (International Girls Day) कार्यक्रम के मौके पर हिंदू देवी-देवताओं पर विवादित बयान दे दिया. उनके इस विवादित बयान के बाद कार्यक्रम में मौजूद भारी संख्या में महिलाएं और बालिकाएं हक्का-बक्का रह गईं.
बीजेपी नेता के स्थान पर यदि यही बयान किसी और ने दिया होता तो अब तक बीजेपी सड़कों पर कोहराम मचा रही होती लेकिन अपने नेता के बयान पर सभी चुप्पी साधे हुए हैं।
बीजेपी नेता ने हिन्दू देवी देवताओं पर की अपमानजनक टिप्पणी pic.twitter.com/TpH9OAOuU9
— Aam Awaaz (@AwaazAam) October 12, 2022
देवी-देवताओं के लिए बंशीधर भगत का विवादित बयान
उत्तराखंड के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और कालाढूंगी से वर्तमान विधायक बंशीधर भगत (Bansidhar Bhagat) हल्द्वानी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (International Girls Day) के मौके पर कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने कहा कि बालिकाओं का हमेशा सम्मान होता है, लेकिन बालकों को भी सम्मान भी मिलना चाहिए. उन्होंने माता सरस्वती, मां दुर्गा और माता लक्ष्मी को लेकर विवादित बयान दिया.
बंशीधर भगत (Bansidhar Bhagat) की जुबान यहीं पर नहीं रुकी और उन्होंने कहा कि एक पुरुष भगवान शिव हैं जो हिमालय पर जाकर पहाड़ पर ठंड में पड़े हुए हैं, ऊपर से उनके सर पर सांप बैठा हुआ है और ऊपर से पानी पड़ रहा है. यहां तक कि भगवान विष्णु समुद्र की गहराई में छुपे हुए हैं, आपस में विचारों की बात भी नहीं होती है.
विवादित बयान से महिलाओं में रोष
बंशीधर भगत (Bansidhar Bhagat) का बयान सुनकर कार्यक्रम में मौजूद महिलाएं और लड़कियां हक्का-बक्का रह गई, तो वहीं कुछ लोग ठहाके लगा रहे थे. साथ ही महिलाओं ने कहा की पटाओ शब्द की जगह देवी देवताओं को मानने की परंपरा है. बंशीधर भगत के इस विवादित बयान से महिलाओं में रोष है.
विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं बंशीधर भगत
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब बंशीधर भगत (Bansidhar Bhagat) ने विवादित बयान दिया हो, वह हमेशा से अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. पहले भी वह कई ऐसे विवादित बयान दे चुके हैं, जिससे उनकी और पार्टी की किरकिरी हुई है. ऐसे में बंशीधर भगत का विवादित बयान फिर से एक बार सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है.