



नोएडा, उत्तर प्रदेश की गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने शनिवार को ओयो रूम्स से जुड़े एक होटल में कपल्स को ब्लैकमेल करने के लिए छिपे हुए कैमरे लगाने में कथित संलिप्तता के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, पुलिस ने कहा कि आरोपी अवैध कॉल सेंटर भी चलाते थे। पुलिस ने आरोपियों की पहचान विष्णु सिंह, अब्दुल वहाब, पंकज कुमार और अनुराग कुमार के रूप में की है और कहा कि उन्होंने अपनी गिरफ्तारी से नोएडा में तीन अलग-अलग गिरोहों का भंडाफोड़ किया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी विष्णु और अब्दुल होटल के अलग-अलग कमरों में कपल्स की गुपचुप तरीके से वीडियो रिकॉर्ड करने में शामिल थे। बाद में इनके द्वारा वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे के लिए ब्लैकमेल किया जाता था। पुलिस ने कहा कि अगर जोड़े पैसे निकालने में नाकाम होते तो वे उन्हें धमकी भी देते थे।
पुलिस ने कहा कि जबरन वसूली के लिए इस्तेमाल किया गया एक सिम कार्ड और बैंक खाता पंकज ने उन्हें 15,000 रुपये में मुहैया कराया था। इस अवैध मामले में संलिप्त सौरभ फिलहाल फरार है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने अनुराग को एक सिम कार्ड और एक बैंक खाता भी उपलब्ध कराया।
अनुराग ने ऑनलाइन मार्केटप्लेस के जरिए कम कीमत पर आईफोन बेचने के बहाने पीड़ितों को ठगने के लिए अवैध कॉल सेंटर स्थापित किए थे। पुलिस ने कहा कि अनुराग लगभग दो साल से ऐसा कर रहा था, और तीन ‘कॉल सेंटर’ चलाता था। ऐसा अनुमान है कि उसने कई लोगों से करोड़ों की ठगी की है।
इस तरह से हुआ मामले का खुलासा
एडीसीपी (सेंट्रल नोएडा) साद मिया खान ने कहा, “हमें सूचना मिली कि एक व्यक्ति हाल ही में अपनी महिला मित्र के साथ एक कमरे में रहा और कुछ दिनों बाद, पैसे की मांग के साथ उनके निजी पल का एक वीडियो उसे भेजा गया। आरोपी ने कुछ दिन पहले इसी कमरे को बुक कर कैमरा लगाया था। जब भी किसी कपल को कैमरे में देखा जाता, तो वे उन्हें प्रोफाइल करते और उनके अंतरंग वीडियो उनके सोशल मीडिया अकाउंट और फोन पर भेजते।’
नोएडा के फेज 3 पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) 386 (मौत/ गंभीर चोट के डर से रंगदारी) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 11 लैपटॉप, सात सीपीयू, 21 मोबाइल, 22 एटीएम कार्ड और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान भी बरामद किया है।