



नई दिल्ली, हमारे समाज में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है क्योंकि वो इंसान की जान बचाता है और बुरे वक्त में उनकी मदद करता है, पर सोचिए कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो क्या होगा! हाल ही में ऐसा ही एक मामला बिहार में सामने आया है जब एक महिला की दोनों किडनियां (Both kidneys of woman stolen Bihar) बेहोशी की हालत में निकाल ली गईं.अब महिला ने भी विचित्र मांग कर दी है.
इंडियाटाइम्स वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार सुनीता देवी (Sunita Devi) नाम की महिला मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur, Bihar) में बरियारपुर गांव के अस्पताल में अपने गर्भाशय (Woman kidney removed instead of uterus) की सर्जरी करवाने गई थी. वो गर्भाशय को निकलवाने के लिए गई थी पर अस्पताल में उसकी कथित तौर पर दोनों किडनियां निकाल ली गईं. 38 साल की सुनीता ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने उसे बेहश किया और जब उसे होश आया तो गर्भाशय की जगह उसकी दोनों किडनियां निकाल ली गई थीं और डॉक्टर भी गायब हो चुके थे.
ये मामला 3 सितंबर का है और तब से महिला को हर दिन डायलिसिस पर जाना पड़ता है. डॉक्टर ने ना ही उसे और ना ही उसके रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी. किडनी चोरी के बारे में तब पता चला जब सर्जरी के बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी और उसे तत्काल मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती करवाया गया. तब डॉक्टरों ने परिवार को जानकारी दी कि सुनीता की दोनों किडनियां गायब हैं. डॉक्टरों ने कहा कि बिना किडनी के वो जिंदा नहीं रह पाएंगी.
फर्जी निकले डॉक्टर, महिला ने की किडनी की मांग
महिला का अगर एक दिन भी डाइलिसिस नहीं हुआ तो उसकी मौत हो सकती है. देवी के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है जिसके बाद जांच जारी है. शुभाकांत क्लिनिक के पवन कुमार और आर के सिंह तब से ही फरार चल रहे हैं. जांच में पता चला कि क्लिनिक का रेजिस्ट्रेशन ही नहीं था और डॉक्टरों की शिक्षा भी फेक है. अब महिला और उसका परिवार मांग कर रहे हैं कि दोनों आरोपियों को पकड़ा जाए और उनकी किडनी महिला को दी जाए. महिला 3 बच्चों की मां है और उसका पति मजदूर है, ऐसे में उन्हें अपना घर चलाने में काफी मुश्किल होती है.