



लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के भतीजे ने आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के भतीजे को बुधवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उनके घर पर लटका पाया गया।प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि उसने आत्महत्या की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कौशल किशोर भारतीय जनता पार्टी से हैं और संसद में मोहनलालगंज निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह वर्तमान में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में सेवारत हैं। केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री और लखनऊ की मोहनलालगंज सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद कौशल किशोर के भतीजे नंदकिशोर ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मामला लखनऊ के दुबग्गा इलाके के बिगरिया का है। मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
दुबग्गा के इंस्पेक्टर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि नंद किशोर को कमरे में फंदे पर लटका देखकर सुबह उनके भाई ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने आनन-फानन में नंद किशोर को फंदे से उतारा और अस्पताल ले कर गए जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, 47 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी नंद किशोर ने दो शादियां की थी। एक पत्नी मुस्लिम और दूसरी हिंदू है। पहली पत्नी शकीला से दो बच्चे अफजल और साहिल, वहीं दूसरी पत्नी से बेटा विशाल और आदर्श, बेटी अंशिका और शिखा हैं।
मंत्री कौशल किशोर हाल ही में श्रद्धा मर्डर केस पर बयान देकर चर्चा में आए थे। केंद्रीय मंत्री ने लिव-इन रिलेशनशिप को गलत बताते हुए कहा था कि किसी को भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा था जो लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं, तो उन्हें कोर्ट से पेपर बनवा लेना चाहिए। अगर किसी लड़के के साथ रहना है तो शादी करके रहो। लिव-इन रिलेशनशिप तो एक दोस्ती होती है, जो थोड़े दिन चलती है और फिर टूट जाती है। लड़कियां दबाव बनाती हैं और फिर इस तरह की घटनाएं होती हैं।
कौशल किशोर ने कहा था कि ज्यादातर पढ़ी लिखी लड़कियां ही लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं। इन घटनाओं और गैर पढ़ी लिखी लड़कियों से सीख लेनी चाहिए। अपने मां-बाप की मर्जी से ही किसी के साथ रहना चाहिए। लिव-इन पर रोक लगनी चाहिए।