



लखनऊ, परिवार कल्याण कार्यक्रमों के तहत बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में मेले में आने वाले लोगों को बताया जा रहा है और इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं. इसके अलावा ओपीडी की सेवाओं के साथ ही फाइलेरिया, दिमागी बुखार, टीबी, मलेरिया, डेंगू, एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.
आरोग्य मेले के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए गए. मेले में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग(आईसीडीएस) ने भी अपना स्टाल लगाया. जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित इस आरोग्य मेले का कुल 4298 लोगों ने लाभ उठाया. जिसमें 1642 पुरुष, 1973 महिलायें और 683 बच्चे शामिल हैं. इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के 43 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए. इसके साथ ही 47 लोगों ने कोविड एंटीजन टेस्ट कराया, सभी निगेटिव आए. एमवेड के सहयोग से डेंगू से बचाव के लिए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जन सामान्य को जागरूक किया गया.
इधर प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश ने बाराबंकी जिला अस्पताल को भारत सरकार द्वारा नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैण्डर्ड के अंतर्गत 82 प्रतिशत अंक प्राप्त कर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करने पर हर्ष जताते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं उनकी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं.
प्रमुख पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सीएमएस डॉ बृजेश कुमार को लिखे अपने पत्र में लिखा है कि जिला चिकित्सालय को यह गौरव आपके कुशल नेतृत्व एवं चिकित्सालय टीम के अथक परिश्रम के कारण ही प्राप्त हुआ है. उन्होंने लिखा है कि इस उपलब्धि से यह स्पष्ट है कि हमारा स्वास्थ्य विभाग नित नई उपलब्धियां प्राप्त करने की ओर अग्रसर है.