



नई दिल्ली, गुजरात के विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है तो हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल करते हुए भाजपा को बैकफुट पर धकेल दिया है। गुजरात में इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा आज तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 156 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही है।
कांग्रेस को 17 और आप को सिर्फ 5 सीटें मिली हैं। भाजपा की इस ऐतिहासिक कामयाबी का सबसे बड़ा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी को दिया जा रहा है। गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा पीएम मोदी के चेहरे पर ही उतरी थी जबकि शाह ने रणनीति बनाने का मोर्चा संभाल रखा था। इसी का नतीजा था कि पार्टी ने 1985 के कांग्रेस के 149 सीटों के सबसे बड़े रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया।
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता बदलने का सिलसिला इस बार भी कायम रहा। हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच काफी कड़ा मुकाबला माना जा रहा था मगर कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत हासिल करते हुए सत्ता में वापसी कर ली है। हिमाचल प्रदेश में भाजपा 25 सीटों पर ही सिमट गई है जबकि तीन सीटों पर भाजपा के बागी उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई है। हालांकि भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में एक फ़ीसदी से भी कम का अंतर है और इस अंतर ने ही कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में बड़ी जीत दिला दी है।
हिमाचल प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त रहने के कारण राहुल गांधी तो हिमाचल प्रदेश में प्रचार के लिए नहीं पहुंचे मगर प्रियंका ने हिमाचल के प्रचार में लगातार सक्रियता बनाए रखी। पार्टी प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत बनाने में प्रियंका की भी बड़ी भूमिका मानी जा रही है।
दिल्ली नगर निगम के चुनाव में विजय पताका फहराने वाली आम आदमी पार्टी का हिमाचल प्रदेश में खाता भी नहीं खुल सका है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद राज्य में कांग्रेस के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं था। इसके बावजूद पार्टी की जीत को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।