



लखनऊ, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार की ओर से छात्रों की शिक्षा को लेकर अहम फैसले लिए जा रहे हैं।यूपी के शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत यूपी में शिक्षा के दो पहलुओं पर अत्यधिक जोर दिया जा रहा है। एक तरफ यूपी में शिक्षा आयोग बनाने के लिए, तो वहीं दूसरी ओर यूपी मदरसों में NCERT Syllabus पढ़ाने की शुरुआत की जा रही है। जानकारी के अनुसार यूपी में जल्द ही शिक्षा आयोग का गठन होने वाला है। इसको लेकर सीएम योगी ने आज एक बैठक भी की है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा आयोग के गठन को लेकर बैठक की अध्यक्षता की। pic.twitter.com/80lyUO8RT7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2023
इस बैठक में यूपी उच्च शिक्षा के प्रिंसिपल सेक्रेटरी समेत कई उच्च स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। इस मीटिंग में यूपी राज्य के बेसिक एजूकेशन से लेकर सेकंडरी और हायर एजुकेशन के फॉर्मेट बदलने पर चर्चा हुई है। इसके साथ ही यूपी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अंतर्गत एजुकेशन सिस्टम में भी नए बदलाव किए जा सकते हैँ। केंद्र द्वारा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) की मंजूरी के बाद ही यूपी एजुकेशन कमीशन पर चर्चा शुरू हो गई थी।
QR Code पर भी उपलब्ध होंगी किताबें
शिक्षा विभाग की सूत्रों की मानें तो यूपी सरकार का पूरा फोकस तकनीक आधारित शिक्षा पर है। सरकार लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की मदद से राज्य की शिक्षा व्यवस्था को स्मार्ट बनाने में जुटी है। इस योजना के तहत कोशिश की जा रही है कि प्राइमरी क्लास से ही बच्चों को स्मार्ट क्लासेज में पढ़ाया जाए। इस संदर्भ में सभी स्कूलों को सरकार की ओर से दो टैबलेट दिए जाएंगे। नए सत्र से इन स्कूलों में अटेंडेंस की रीडिंग भी टेक्नीक से लगेगी। वहीं करीब 77 किताबें QR Code पर उपलब्ध रहेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला सुनाया था की आने वाले नए सत्र से यूपी के सभी मदरसों में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जाएगी। यानी नए क्लासेज से मदरसों के बच्चों को NCERT Syllabus के अनुसार पढ़ना होगा। इस संदर्भ में यूपी मदरसा एजुकेशन काउंसिल के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा है कि यूपी मदरसों में इसकी तैयारियां शुरु हो चुकी हैं।