



नई दिल्ली, पिछले कुछ सालों से हार्ट अटैक के कारण लोगों में खौफ का माहौल है. 25 साल के युवा भी अब हार्ट अटैक का शिकार होने लगे हैं. हालांकि अधिकांश हार्ट अटैक या कोरोनरी हार्ट डिजीज के मामले में लाइफस्टाइल ही जिम्मेदार होता है लेकिन एक ताजा अध्ययन में पाया है कि कोरोनरी हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक में ( heart attacks) में एक जीन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीन की खोज की है जिसे हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार माना गया है. इस जीन की खोज के बाद इस जीन को दबाने के लिए या इसका प्रभाव निष्क्रिय करने के लिए भविष्य में दवा बनाई जा सकती है.
हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार जीन
एचटी की खबर के मुताबिक यह अध्ययन न्यूयॉर्क के इकान स्कूल ऑफ मेडिसीन में कार्डिएक रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं की टीम द्वारा किया गया है. इस अध्ययन को सर्कुलेशन जर्नल में प्रकाशित किया गया है. अध्ययन में दावा किया गया है कि इस खोज के बाद हार्ट डिजीज से बचने के लिए नई दवा बनाई जा सकती है. प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर जेसन कोवासिक ने बताया कि इस अध्ययन ने हार्ट डिजीज को काबू में करने के लिए तीन महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. उन्होंने बताया कि हमें यह पहली बार पता चला है कि हार्ट डिजीज के लिए कौन सा खास जीन जिम्मेदार है. इसके अलावा हमें इस बात का साफ पता चल गया कि शरीर के किस हिस्सें में ये जीन प्रभावी हैं. संभव है कि ये जीन हार्ट आर्टरी में होते हैं जो सीधे ब्लॉकेज के लिए जिम्मेदार होते हैं. इसके अलावा यह लिवर में भी हो सकते हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा देता है.
प्रोफेसर कोवासिक ने कहा कि तीसरी बड़ी उपलब्धि यह रही कि इन जीनों को रैंकिंग करने में सफलता मिली. यह कुल 162 जीन है जिसे प्राथमिकता के लिए क्रम में रखा गया और यही कोरोनरी हार्ट डिजीज के लिए जिम्मेदार होते हैं. इस सूची में पहचाने गए कुछ शीर्ष जीनों का वास्तव में पहले कभी भी हार्ट अटैक के संदर्भ में अध्ययन नहीं किया गया है. इन नए महत्वपूर्ण जीनों को खोजना वास्तव में रोमांचक है, लेकिन एक वास्तविक चुनौती भी है – क्योंकि अभी तक कोई नहीं जानता है कि उनमें से कितने कोरोनरी डिजीज या हार्ट अटैक का कारण बनते हैं.