



नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मंगलवार दोपहर ढाई बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. ये झटके काफी देर तक महसूस किए गए. दिल्ली के अलावा ये कंपन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई इलाकों में महसूस किया गया.इस भूकंप के चलते फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है.
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई है. भूकंप का केंद्र नेपाल के कलिका में बताया गया है. इसका एपिसेंटर जमीन की सतह के 10 किलोमीटर अंदर था. 5.8 की तीव्रता वाले इस भूकंप के झटके तकरीबन 30 सेकंड तक नेपाल के अलावा भारत के कई शहरों में महसूस हुए. इस भूकंप के चलते राजधानी दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कंपन हुआ. उत्तराखंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के कई जिलों में मंगलवार (24 जनवरी) को भकंप के झटके महसूस किए गए हैं. यूपी के लखनऊ, अमरोहा रामनगर में भूकंप के झटके रहे, इसके साथ ही उत्तराखंड के कई जिलों में भी धरती हिली.
चमोली में भूकंप के झटके महसूस किए गए, लोग घरों से बाहर निकले. इसके साथ ही एसएसपी ऑफिस से भी पुलिसकर्मी बाहर आ गए. चंपावत जिले के लगभग सभी क्षेत्रों में भूकंप तेज झटके 2: 30 पर महसूस हुए. इसके साथ ही जोशीमठ व धारचूला में धरती हिली. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल भूकंप का केंद्र था और जो दोपहर 2:28 पर आया. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई.
इस भूकंप से उत्तराखंड के जोशीमठ को भी नुकसान पहुंच सकता है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन भूकंप का केंद्र जोशीमठ से महज 240 किलोमीटर दूर था और इसकी तीव्रता भी काफी अधिक थी. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भूकंप का केंद्र लगभग 300 किलोमीटर दूर रहा.
मंगलवार की दोपहर अचानक कंपन महसूस हुआ. धीरे-धीरे ये कंपन बढ़ता चला गया और आस-पास चीजों के हिलने से लोगों को लगा कि ये भूकंप के झटके हैं. लोगों के अनुसार तकरीबन 30 से 40 सेकंड तक उन्होंने भूकंप के इन झटकों को साफ-साफ महसूस किया.
मंगलवार को आने वाले भूकंप की तीव्रता भी रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई, जोकि काफी खतरनाक साबित हो सकती है. हालांकि अभी किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है.