



मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जीएसटी को लेकर एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक रोड पर कपड़ा बेचकर अपना गुजर बसर करने वाले एक व्यक्ति को 366 करोड़ रुपये जमा करने का नोटिस मिला है.
उसे जब नोटिस मिला तो वो हैरान रह गया. ऐसे में उसने जीएसटी अधिकारियों से मिलकर शिकायत की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये पता लगाया जा रहा है कि गलती किस स्तर से हुई है.
जानकारी के मुताबकि एक 40 वर्षीय व्यक्ति, जो मुजफ्फरनगर की सड़कों पर कपड़े बेचकर लगभग 500 रुपये प्रति दिन के कारोबार से गुजारा करता है. उसपर जीएसटी अधिकारियों की ओर से 366 करोड़ रुपये जमा करने का नोटिस दिया गय है. जिसके बार तो उसके पांव तले जमीन ही खिसक गई. उसपर एक तरह से धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. वो आरोपों से हैरान है. रेहड़ी पटरी वाले एजाज अहमद ने इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए जीएसटी अधिकारियों और अन्य “उच्च अधिकारियों” से संपर्क किया है.
उन्होंने बताया कि दो साल पहले, उन्होंने जानसठ पुलिस सीमा के तहत कवल गांव में एक जीएसटी नंबर के लिए एक छोटी स्क्रैप की दुकान पंजीकृत कराई थी. शुरुआत में वह प्रतिदिन 500 रुपये से 1,000 रुपये तक का कारोबार कर ले रहे थे लेकिन बाद में उन्हें इस कारोबार में नुकसान हुआ. इसके चलते स्क्रैप डीलर अहमद ने अपना वो काम छोड़ दिया. उनका कहना है कि उनकी पूंजी खत्म हो गई. इसके चलते गुजर-बसर के लिए रोड किनारे रेहड़ी लगाकर कपड़ों की बिक्री करते हैं.