



नई दिल्ली, 2 फरवरी को खबर आई थी कि किसी शख्स ने राम जन्मभूमि मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी. पुलिस ने इस मामले में अनिल रामदास घोड़के और उसकी पत्नी को अरेस्ट किया है. पुलिस ने बताया कि अनिल ने बिलाल नाम के शख्स को फंसाने के लिए ऐसा किया.
बिलाल अनिल की गर्लफ्रेंड का भाई है. अनिल ने अपनी धमकी में बिलाल का नाम लिया था. इस पूरे घटनाक्रम में जो हुआ, वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. अयोध्या पर आकर रुकी इस कहानी की जड़ें दिल्ली और महाराष्ट्र तक जाती हैं.
थाना रामजन्मभूमि अयोध्या पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा रामजन्मभूमि मंदिर को बम से उड़ाने की धकमी देने वाले अभियुक्त व एक साथी अभियुक्ता को किया गिरफ्तार। #UPPolice pic.twitter.com/euXAGyZIiP
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) February 10, 2023
तारीख थी 2 फरवरी. सुबह पांच बजे का वक्त था. अयोध्या के रामजन्मभूमि मंदिर परिसर के पास रहने वाले मनोज कुमार को एक फोन कॉल आया. फोन करने वाले शख्स ने कहा कि वो दिल्ली से बात कर रहा है. उसने अपना नाम बाबाजान मूसा बताया. कहा कि सुबह 10 बजे तक राम जन्मभूमि मंदिर को बम से उड़ा दिया जाएगा. इसके बाद अयोध्या पुलिस हरकत में आ गई. अयोध्या के सर्कल ऑफिसर एसके गौतम ने बताया कि मनोज के पास जिस नंबर से कॉल आया, सर्विलॉन्स से उसकी जांच की गई. जांच में सामने आया कि अनिल रामदास घोड़के नाम के शख्स ने नेट कॉलिंग की. मकसद था दिल्ली के रहने वाले बिलाल को फंसाना.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने महाराष्ट्र के अहमदनगर से अनिल और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया. उनके पास से नौ मोबाईल फोन, दो कुरान, दो मुस्लिम टोपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, चेक बुक, बर्थ सर्टिफिकेट, इलेक्शन कमीशन के सादा फॉर्म, संशोधित आधार कार्ड, ताबीज़-माला समेत कई और चीज़ें बरामद हुईं. पुलिस ने 9 फरवरी को अनिल और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया.
रिपोर्ट के मुताबिक, पूछताछ में अनिल ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. बताया कि उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपनी गर्लफ्रेंड के भाई बिलाल को फंसाने की नीयत से उसके मोबाईल नंबर का इंटरनेट के जरिए मिसयूज किया. दोनों आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 420, 467, 468, 471, 153A, 195 और 66D IT ऐक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.