



मुम्बई, महाराष्ट्र में शिवसेना गुट की शुक्रवार को बड़ी जीत हुई है, जबकि ठाकरे गुट को तगड़ा झटका मिला है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने ‘शिवसेना’ पार्टी पर और इसके सिंबल ‘धनुष-बाण’ पर वास्तविक अधिकार शिवसेना गुट को दिया है।
आयोग ने शुक्रवार को आदेश दिया है कि पार्टी का नाम “शिवसेना” और पार्टी का प्रतीक “धनुष और बाण” एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बनाए रखा जाएगा। महाराष्ट्र की शिवसेना में उनके तख्तापलट के करीब आठ महीने बाद एकनाथ शिंदे का पार्टी के नाम और धनुष-बाण के चुनाव चिन्ह पर दावे को चुनाव आयोग ने हरी झंडी दी है।
VIDEO | "We are not worried. We will go to people with a new symbol," says Shiv Sena (Uddhav Balasaheb Thackeray) leader Sanjay Raut after Election Commission recognised Eknath Shinde faction as real Shiv Sena and ordered the allocation of 'bow and arrow' symbol to it. pic.twitter.com/tYEhJrTyVq
— Press Trust of India (@PTI_News) February 17, 2023
चुनाव आयोग के फैसले के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा, “हमें चिंता नहीं है। हम एक नए प्रतीक के साथ लोगों के पास जाएंगे।”
जून में उनके विद्रोह के बाद दोनों पक्ष पार्टी की पहचान के लिए लड़ रहे हैं। हालांकि बाद में, चुनाव आयोग ने शिवसेना के धनुष-बाण चिन्ह को जब्त कर लिया और शिंदे गुट को ‘दो तलवारें और ढाल’ चिन्ह आवंटित किया गुट और उद्धव को ‘धधकती मशाल’ चिन्ह आवंटित किया गया था। वहीं आयोग द्वारा शिंदे गुट की शिवसेना को ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ नाम दिया गया था। वहीं ठाकरे गुट को ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ नाम दिया था।
पिछले साल नवंबर में ठाकरे ने दिल्ली हाई कोर्ट से चुनाव आयोग को खारिज करने का अनुरोध किया था। हालांकि, याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था। पिछले महीने, शिंदे और ठाकरे के नेतृत्व वाले गुटों ने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर अपने दावों के समर्थन में अपने लिखित बयान दर्ज किए थे।