



लखनऊ, उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। सीएम योगी के साथ हुई बैठक के बाद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को चेतावनी दी थी।
उन्होंने सभी कर्मचारियों को शाम 6 बजे तक काम पर लौटने को कहा था। ऊर्जा मंत्री के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद विद्युत कर्मचारी संघ के नेता शैलेंद्र दुबे ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि वार्ता के दरवाजे खुले हुए हैं, लेकिन हमें वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया। 1332 आउट सोर्स कर्मचारियों को निकाल दिया गया, ये कहा गया कि उनकी जगह नए लोगों को नौकरी दी जाएगी।
एक हजार मेगावाट की उत्पादन क्षमता शून्य हो गई है। हम तो ड्यूटी पर नहीं है हमने कौन सी तोड़-फोड़ की है, आपने वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कि आज अगर जनता को तकलीफ हो रही तो मैं माफी मांगता हूं। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राष्ट्र संपत्ति के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे, आरोप को नकार रहा शांतिपूर्ण ढंग से काम छोड़कर लौटे हैं। उन्होंने कहा कि एफआईआर में जिनका नाम है हम सब यहां आ गए हैं, गिरफ्तार करें यही बैठेंगे।
पीसी में क्या बोले शैलेंद्र दुबे
- ऊर्जा मंत्री ने कहा कमेटी बना देंगे।
- हमने कहा था हड़ताल हमारा लक्ष्य नहीं है।
- 1332 आउटसोर्सिंग कर्मियो को निकाला गया।
- संविदाकर्मियों के साथ क्रूरता की जा रही।
- हमसे कोई वार्ता नहीं की जा रही है।
- हम पर तोड़फोड़ के आरोप लगाए जा रहे हैं।
- हम अहिंसा वाले हैं, शांतिपूर्ण ढंग से काम छोड़ा।
- कई इकाई बंद होने की कगार पर है।
- हम जिम्मेदार नहीं हैं,आपने वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की।
- ऊर्जा संपत्ति हमारी मां है, हम पूजा करते हैं, इसके साथ हम छेड़खानी नही करेंगे।
- संविदा कर्मियों को 8 हजार रुपये मिलता है।
- कैसे कोई जी सकता है 8 हजार रुपये में।
- हमने कहा था सांकेतिक हड़ताल को।
- हमारे बिजली कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया।
- सेवा समाप्त की गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।
- हम यही बैठेंगे जब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।
- कोर्ट में हमारे वकील देख रहे हैं।