



नई दिल्ली, दुनिया में हर साल स्किन कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। भारत में भी मामले सामने आए हैं। इसके लक्षण शुरुआत में त्वचा पर दिखाई देते हैं, लेकिन लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं और बाद में यह रोग काफी बढ़ जाता है।
लेकिन अगर समय पर बीमारी का पता चल जाए तो इलाज आसानी से हो जाता है। त्वचा कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और मोह्स सर्जरी का उपयोग किया जाता है। लेकिन चिंताजनक बात यह है कि इस बीमारी के ज्यादातर मामले एडवांस स्टेज में दर्ज होते हैं, जिससे मरीज की जान बचाना एक चुनौती बन जाता है।
ऐसे में स्किन कैंसर के बारे में जानकारी होना जरूरी है।आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि स्किन कैंसर क्यों होता है और इसके लक्षण क्या हैं।
ऐसे होता है स्किन कैंसर
कैंसर सर्जन डॉ. कहते हैं कि जब त्वचा में कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती हैं तो यह त्वचा के कैंसर का कारण बनता है। सूर्य के सीधे संपर्क में आने वाले हिस्सों में त्वचा कैंसर होने का खतरा अधिक होता है, लेकिन भारत में त्वचा कैंसर के मामले कम रिपोर्ट किए जाते हैं। क्योंकि यहां के लोगों में मेलेनिन की पर्याप्त मात्रा होती है। यह पिगमेंट स्किन कैंसर के खतरे को कम करता है। यही कारण है कि लोगों की त्वचा गोरी होती है। इसमें स्किन कैंसर के मामले ज्यादा हैं। यही कारण है कि त्वचा कैंसर यूरोप और अमेरिका में अधिक आम है, जबकि भारत में इसके बहुत कम मामले सामने आते हैं।
त्वचा कैंसर अनुवांशिक कारणों से भी होता है
डॉक्टर के अनुसार अनुवांशिक कारणों से भी स्किन कैंसर हो सकता है। इसका मतलब यह है कि अगर परिवार के किसी सदस्य को यह है, तो यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में पारित हो सकता है। ऐसे में जिन लोगों के परिवार में स्किन कैंसर का इतिहास रहा है, उन्हें स्क्रीनिंग कराते रहना चाहिए। इससे कैंसर को रोकने में मदद मिलेगी।
ये हैं स्किन कैंसर के लक्षण
- त्वचा में लगातार खुजली होना
- त्वचा पर लाल धब्बे
- मस्से का अचानक बनना और आकार में बढ़ जाना
- त्वचा पर कई सफेद धब्बे
- छीलना
- किसी भी वीर्य में खून आना