



कानपुर, एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। जैसा हम अक्सर फिल्मों में देखतें है। वो फिल्म तो आपको अच्छे से तो याद होगी ही ‘गब्बर इस बैक’ इस फिल्म में साऱ साफ दर्शाया गया था कि मरे हुए व्यक्ति को कैसे जिंदा रख डॉक्टर पैसे वसूलते हैं।
ऐसा ही कुछ कानपुर के मधुराज नर्सिंग होम में देखने को मिला हैं, जहां भर्ती एक 40 वर्षीय व्यक्ति की वेंटिलेटर पर मौत हो गई थी। लेकिन नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने मौत हो जाने के बावजूद बात को छुपाए रखने के लिए जीवित रहने की बात कह- कहकर परिजनों से लाखों रुपए हड़प लिए।इसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो उन्होंने अस्पताल में हंगामा कर दिया। आपको बता दें कि हंगामा अस्पताल प्रबंधन ने मुंबई का परिचय देते हुए परिजनों को धमकाने का काम किया।
बता दें कि जिसके बाजद सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया। सरसोल के रहने वाले भानु प्रताप सिंह ने बताया कि उनके बेटे राजू सिंह दुर्घटना का शिकार हो गए थे। 11 तारीख को राजू को मधुराज नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। उनका कहना था कि नर्सिंग होम में अच्छा इलाज होता है यही सोचकर बेटे को यहां भर्ती कराया था। उनका कहना था कि लाखों रुपए लग गए लेकिन बेटे की जान नहीं बच सकी।
वहीं मृतक के भाई पुष्पेंद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि 10 से 12 लाख रुपए अस्पताल वालों ने ले लिए और कहा कि जल्दी होश आ जाएग और होश आने की बात कहते रहे। पुष्पेंद्र का कहना था कि परसों से भाई से मिलने नहीं दिया और आज अचानक बताया कि उसकी मौत हो गई है। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने मारपीट और बदसलूकी भी की। पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर भी अस्पताल प्रबंधन से मिलीभगत के आरोप लगाए हैं।