



नई दिल्ली, आज से करीब 32 साल पहले यानी 21 मई, 1991 को देशवासियों ने प्रधानमंत्री राजीव गांधी को खो दिया था. तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक चुनावी रैली के दौरान एक धमाके में उनकी की मौत हो गई थी.
आज पूरा देश उनकी 32वीं पुण्यतिथि मना रहा है. ऐसे में कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष और पार्टा संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणूगोपाल व अन्य नेता दिल्ली में वीर भूमि में राजीव गांधी की 32वीं पुण्यतिथि पर राजीव गांधी स्मारक पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी अपने पिता राजीव गांधी के समाधि स्थल वीर भूमि पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. राहुल गांधी ने अपने पिता को याद करते हुए एक इमोशनल वीडियो शेयर किया है. वीडियो में राजीव गांधी की शपथ से लेकर उनके अंतिम सफर तक की यात्रा दिखाई गई है.
‘पापा आप मेरे साथ ही हैं’
राहुल गांधी ने लिखा, ‘पापा, आप मेरे साथ ही हैं, एक प्रेरणा के रूप में, यादों में, सदा.’ राहुल गांधी के वीडियो ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें राजीव गांधी के जीवन की अलग-अलग झांकी दिखाई जा रही है.
राहुल गांधी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें राजीव गांधी यह कहते नजर आ रहे हैं, ‘भारत पुराना देश है, लेकिन युवा राष्ट्र है, मैं भारत का सपना देखता हूं मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और दुनिया के राष्ट्रों की अग्रिम पंक्ति में व मानव जाति की सेवा में.
पापा, आप मेरे साथ ही हैं, एक प्रेरणा के रूप में, यादों में, सदा! pic.twitter.com/WioVkdPZcr
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 21, 2023
वीडियो में यह कहा गया है, ‘राजीव गांधी के शब्द हम सभी के मन में गूंजते रहते हैं. 21वीं सदी का भारत अपनी कई उपलब्धियों का श्रेय इस दूरदर्शी नेता को देता है, जिन्होंने न केवल देश को प्रगति और आधुनिकीकरण की ओर अग्रसर किया, बल्कि हमारे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष लोकाचार की जड़ों को भी मजबूत किया.’
वीडियो में यह भी कहा गया है, ‘हम राजीव जी को याद करते हैं, जिन्होंने भारत के सच्चे चरित्र – एकजुटता और सहिष्णुता की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और अंतत: इस सपने के लिए अपनी जान दे दी.’
राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर देश कर रहा याद
राजीव गांधी की 21 मई, 1991 की रात हत्या हो गई थी. वह तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में थे, जब एक आत्मघाती हमले ने उनकी जीवनलीला खत्म कर दी. बीते साल सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 5 कैदियों को रिहा कर दिया था.
आपको बता दें कि श्रीपेरंबदूर में रैली के दौरान धनु नाम की आत्मघाती हमलावर ने राजीव गांधी की हत्या कर दी थी. महिला धनु ने रैली के दौरान राजीव को फूलों का हार पहनाया था और बाद में उनके पैर छूए थे. महिला ने झुकते हुए कमर पर विस्फोटक बंध और ब्लास्ट कर दिया. हमले में प्रधानमंत्री और हमलावर धनु समेत 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.
हमले के बाद धुआँ छटना शुरू हुआ और राजीव गाँधी की तलाश शुरू हुई. इस दौरान पाया गया कि उनके शरीर का एक हिस्सा औंधे मुंह पड़ा हुआ है. उनका कपाल फट चुका था और उसमें से उनका मगज़ निकल कर उनके सुरक्षा अधिकारी पीके गुप्ता के पैरों पर गिरा हुआ था जो खुद ही अपनी अंतिम घड़ियाँ गिन रहे थे. बड़ा ही विभास्त मंजर था,