नई दिल्ली , आजकल टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करना एकदम नॉर्मल हो गया है। कई लोग टॉयलेट के अंदर बीतने वाला वक्त अक्सर फोन उपयोग करने में लगाते हैं। दिखने में यह आदत बिना नुकसान वाली लग सकती है मगर इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
खराब पोस्चर और मस्कुलोस्केलेटल प्रॉब्लम्स
टॉयलेट के अंदर ज्यादा वक्त तक फोन इस्तेमाल करने से पोस्चर खराब हो जाता है। यह समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है जो फोन झुककर इस्तेमाल करते हैं। इससे गर्दन और पीठ दर्द जैसी मस्कुलोस्केलेटल प्रॉब्लम्स हो सकती है। रीढ़ और आसपास की मसल्स पर स्ट्रेस हो सकता है।
बवासीर का खतरा
ज्यादा देर टॉयलेट में बैठकर फोन के इस्तेमाल से बवासीर बन सकती है। ऐसा करने पर मलाशय की नसों पर अधिक दबाव पड़ता है और बवासीर हो सकती है। यह समस्या आगे चलकर फिशर या फिस्टुला का रूप ले सकती है जो काफी दर्दनाक होती है।
खराब ब्लड सर्कुलेशन
लंबे समय तक टॉयलेट पर बैठने से पैरों की नसों पर भी दबाव पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन खराब हो सकता है। यह डीप वेन थ्रोंबोसिस जैसी बीमारी हो सकती है। टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करने पर अनजाने में ज्यादा वक्त लग जाता है।
कीटाणुओं का खतरा
बाथरूम में कई सारे बैक्टीरिया और कीटाणु मौजूद होते हैं। फोन ले जाने से उसके ऊपर भी इनके आने का खतरा हो सकता है। जो बाद में खाना खाते हुए फोन इस्तेमाल करने या उसपे बात करते हुए आपके शरीर में प्रवेश करके बीमार कर सकते हैं।
धुंधली नजर
मोबाइल फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों पर स्ट्रेस डालती है। कम रोशनी वाले बाथरूम में फोन का उपयोग करने से यह समस्या ज्यादा प्रभावित करती है। सोने से पहले डिवाइस यूज करने से मेलाटोनिन का लेवल खराब होता है और नींद की दिक्कत हो सकती है।