जन्मदिन मनाकर लौट रहे युवकों की कार बरसाती नाले में गिरी, 2 की मौत, 2 को बचाया, 1 लापता, कार में पांच लोग थे सवार

कोटा. राजस्थान के कोटा संभाग में भारी बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं. इससे कोटा जिले में बड़ा हादसा हो गया. कोटा के सुल्तानपुर के पास बेकाबू हुई एक कार सड़क के नजदीक बरसाती नाले में जा गिरी. कार में पांच दोस्त सवार थे. ये अपने एक दोस्त का जन्मदिन मनाकर लौट रहे थे. हादसे में जन्मदिन वाले युवक समेत 2 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई. दो युवकों को ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया जबकि एक युवक पानी के तेज लहरो में बह हो गया. उसकी तलाश की जा रही है. उसकी तलाश के लिये रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है.

जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर में मंगलवार को धनवा स्टेट हाईवे नंबर 70 के सामांतर बरसाती नाले में पूरे वेग से बरसाती पानी बह रहा था. इसी दौरान वहां से गुजर रही तेज रफ्तार एक कार अनियंत्रित होकर उसमें गिर गई. कार में पांच युवक सवार थे. इनमें से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई है. 2 युवकों को ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर सकुशल बाहर निकाल लिया. लेकिन एक युवक पानी के तेज बहाव में बह गया, उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है. इसके लिए स्थानीय स्तर पर पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर किया गया है.

सुल्तानपुर थानाधिकारी भार्गव ने बताया कि हादसे में कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. कार सवार पांचों युवक बारां जिले के किशनगंज के रहने वाले हैं. इनमें शामिल पवन का मंगलवार को जन्मदिन था. पांचों दोस्त किशनगंज से सुल्तानपुर के पास हाईवे पर ढाबे पर बर्थ-डे पार्टी मनाने आए थे. वापस लौटते वक्त धनवा गांव के पास हाईवे पर गाय को बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित होकर खाल में बह गई. हादसे में कार सवार पंकज सुमन और पवन मालव की मौके पर ही मौत हो गई. प्रशांत मालव और अनुप मालव को ग्रामीणों ने सकुशल बाहर निकाल लिया. एक अन्य युवक केशव मालव खाल मे पानी के तेज बहाव बह गया. उसकी तलाश की जा रही है.

मध्यप्रदेश और इससे सटे कोटा संभाग में लगातार हो रही बारिश से यहां नदियां उफान पर हैं. पार्वती नदी में तेज उफान के चलते यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. इससे कई इलाकों का कोटा और इटावा का संपर्क टूट गया है. इटावा क्षेत्र के करीब 3 दर्जन गांव टापू बन गए हैं. वहां एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. वह ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ला रही है. खातोली में भी जलभराव के चलते निचली बस्तियों को खाली करने के मुनादी कराई गई है.

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