सावधान : क्याआपके शरीर में भी हमेशा रहती है सुस्ती और थकान? हो सकता है इन गंभीर बीमारियों का खतरा

नई दिल्ली, भागदौड़ भरी जिंदगी में थकान और सुस्ती महसूस करना आम परेशानी हो गया है। लेकिन अगर आप हर समय थके हुए और कमजोर महसूस करते हैं, तो यह सिर्फ काम का दबाव या नींद की कमी का नतीजा नहीं हो सकता।

विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार थकान कुछ गंभीर बीमारियों, जैसे एनीमिया, थायराइड डिसऑर्डर, डायबिटीज या क्रोनिक फटीग सिंड्रोम का लक्षण हो सकता है। ऐसी स्थिति को नजरअंदाज करना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह थकान शरीर में पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल असंतुलन या मानसिक तनाव का भी परिणाम हो सकती है।

आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं कि ऐसी स्थिति में किन-किन बीमारियों का खतरा रहता है, और उससे बचने के लिए क्या-क्या उपाय कर सकते हैं?

1. एनीमिया (खून की कमी)
एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। इससे ऑक्सीजन की आपूर्ति कम होती है, जिसके कारण थकान, कमजोरी, सांस फूलना और चक्कर आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। महिलाओं में मासिक धर्म, आयरन की कमी या असंतुलित आहार के कारण यह समस्या आम है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर आयरन की जांच करानी चाहिए।

2. थायराइड डिसऑर्डर
थायराइड ग्रंथि के असंतुलन के कारण शरीर में एनर्जी लेवल कम हो सकता है। हाइपोथायरायडिज्म के स्थिति में थायराइड हार्मोन कम बनता है, जिससे थकान, वजन बढ़ना, त्वचा का रूखापन और ठंड सहन न होने जैसे लक्षण दिखते हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेकर जांच करवाएं और साथ ही आयोडीन युक्त नमक और बैलेंस डाइट लें।

3. डायबिटीज
लगातार थकान और सुस्ती डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है। डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित हो जाता है, जिससे शरीर को ऊर्जा प्राप्त करने में दिक्कत होती है। इसके साथ ही बार-बार प्यास लगता है, वजन कम होने लगता है साथ ही थोड़ा ही काम करने पर थकान महसूस होने लगता है। ये लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह से डायबिटीज की जांच कराएं। साथ ही कम चीनी और कम फैट वाला आहार अपने डेली लाइफ में शामिल करें।

4. क्रोनिक फटीग सिंड्रोम
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम एक जटिल स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को बिना किसी स्पष्ट कारण के गंभीर थकान होती है, जो आराम करने से भी ठीक नहीं होती। इसके साथ मांसपेशियों में दर्द, नींद की समस्या और एकाग्रता में कमी जैसे लक्षण हो सकते हैं। ये लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लें। इससे बचने के लिए मानसिक तनाव से बचें, संतुलित दिनचर्या रखें और दिन में कम से कम आधे घंटे योग जरूर करें।

नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

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