अमेरिकन व पाकिस्तानी पिटबुल की ब्रीडिग के अलावा खरीदने व बेचने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने का फैसला

पठानकोट, ज़िले में कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं के बाद आखिरकार जिला प्रशासन ने अमेरिकन व पाकिस्तानी पिटबुल की ब्रीडिग के अलावा खरीदने व बेचने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने का फैसला ले लिया है। जारी आदेश में निगम अधिकारियों को कहा गया है कि अगर शहरी हदबंदी में कहीं इस ब्रीड के कुत्ते नजर आए तो उन्हें तुरंत प्रभाव से जब्त किया जाए। अगर कोई बेचता या ब्रीडिग करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

https://aamawaz.dreamhosters.com/false-complaint-against-husband-in-the-category-of-mental-harassment-delhi-high-court/

डीसी कम जिला मजिस्ट्रेट संयम अग्रवाल ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जिले में पिट बुल की गैर कानूनी तरीके से फाइट्स के केस सामने आ रहे हैं। आदेश में कहा गया है कि ऐसे जानवर अत्यंत क्रूर नस्ल के होते हैं। इन्हें घरों में नहीं रखा जा सकता। इसके तहत ऐसे कुत्ते बेचने व उसकी ब्रीडिंग करने पर जिले में पूर्णता रोक लगाई जाती है। अगर कोई व्यक्ति अमेरिकन अथवा पाकिस्तानी पिट बुल बेचता या ब्रीडिंग करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

https://aamawaz.dreamhosters.com/weather-took-a-turn-meteorological-department-issued-alert-regarding-storm-in-many-states/

एक तरफ जिला प्रशासन बेशक जिलावासियों को आवारा कुत्तों के भय से मुक्त करवाने की बात कर रहा है, लेकिन दूसरी तरफ डाग बाइट के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बात पिछले साढ़े पांच महीनों की करें तो इस अवधि में भी जिला के अंदर 3022 लोगों को कुत्तों ने अपना निशाना बनाया है। डाग बाइट के मामले

मीहना- केस

अक्टूबर 2021 – 552,

नवंबर 2021 – 554

दिसंबर 2021 – 570

जनवरी 2022 – 529

फरवरी 2022 – 534

1 से 12 मार्च 2022 – 283

(आंकड़ें है सिविल अस्पताल में हुए टीकाकरण के अनुसार) निगम के पास केवल 13 कुत्तों का हुआ रजिस्ट्रेशन

https://aamawaz.dreamhosters.com/iran-fires-12-missiles-at-us-consulate-in-irbil-heavy-damage/

बता दें कि घर में कुत्ता रखने के लिए निगम द्वारा लाइसेंस जारी किया जाता है, जिसके लिए प्रत्येक वर्ष कुत्ता रखने वाले मालिक को पहले निगम से लाइसेंस लेना पड़ता है और उसके बाद प्रत्येक वर्ष इसे रिन्यू करवाना पड़ता है। निगम की हेल्थ ब्रांच के अनुसार अभी तक शहर के केवल 13 मालिकों ने ही कुत्तों की रजिस्ट्रेशन करवाई है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि निगम की हदबंदी में कम से कम एक हजार लोगों ने घरों में विभिन्न नस्ल के कुत्ते पाल रखे हैं, लेकिन लोग इनकी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते। इसके पीछे मुख्य वजह निगम के पास स्टाफ की कमी और सरकार द्वारा सख्त कार्रवाई का प्रावधान न होना भी है। निगम अधिकारियों की माने तो सरकार को रजिस्ट्रेशन न करवाने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए लिखा गया है, परंतु उस पर अभी तक कोई गौर नहीं हुआ। निगम कुत्तों की रजिस्ट्रेशन न करवाने वालों पर केवल एमसी एक्ट 323 के तहत चालान कर सकती है। इसमें ज्यादा से ज्यादा एक हजार रुपये का जुर्माना होता है। जब तक रजिस्ट्रेशन न करवाने वालों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान नहीं होता तब तक इस पर नकेल कस पाना मुश्किल है। जानवर रखने से पहले डाक्टर की सलाह जरुर लें ।

https://aamawaz.dreamhosters.com/woman-brutally-murdered-by-hitting-her-head-while-sleeping-fear-of-murder-after-rape/

सीनियर वेटरनरी अफसर का कहना है कि खाली पिट बुल के अलावा बहुत सारी प्रजातियों के जानवर खतरनाक होते हैं। जानवरों को लोग रख तो लेते हैं, लेकिन उन्हें पालना कैसे है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती। जानकारी के अभाव के चलते कई बार जानवर एग्रेसिव हो जाता है। जब तक जानकारी नहीं होगी समस्या आ सकती है। इसलिए, कुत्ते से लेकर बाकी किसी भी किस्म का कोई जानवर पालना है तो पहले डाक्टर से सलाह लें।

https://aamawaz.dreamhosters.com/not-one-two-but-81-people-hanged-together-saudi-arabia-gave-death-to-so-many-people-together-for-the-first-time/

विगत वर्ष 15 नवंबर को भोआ के अधीन आते गांव सुंदरचक्क में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला शिदो देवी को पिट बुल ने अपना निशाना बनाया था। घटना में शिंदो देवी बुरी तरह से घायल हो गई थी जिसका लुधियाना में एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाया गया। शिदों देवी के परिजनों ने इसकी शिकायत थाना सुजानपुर में की थी। शिदों देवी ने पुलिस को दर्ज करवाई शिकायत में कहा था कि 15 नवंबर को अपने पड़ोसी के घर सूट सिलाने के लिए दोपहर 12:30 बजे उनके घर गई तो जब घर का गेट खुला तो कुत्ते ने उनको बुरी तरह से काट कर घायल कर दिया। इलाज कराने पर प्राइवेट अस्पताल में लाखों रुपये खर्च आया है। इसके बाद सुजानपुर पुलिस ने कुत्ते के मालिक सचिन शर्मा निवासी सुंदरचक के खिलाफ धारा 289, 337 आईपीसी के तहत मामला भी दर्ज किया था।

https://aamawaz.dreamhosters.com/after-the-massive-victory-now-there-is-a-churning-about-the-cabinet-in-uttar-pradesh-know-the-names-of-the-possible-ministers-of-yogi-government/

Related Posts