शाजापुर (MP), पूरे देश में ट्रक ड्राइवर्स हड़ताल में थे. नए ‘हिट एंड रन’ एक्ट को लेकर चालकों का आंदोलन चल रहा है. इस बीच ‘औकात क्या है तुम्हारी’ जैसे चार शब्दों ने न सिर्फ सोशल मीडिया को बल्कि सिस्टम को भी हिला दिया.
कलेक्टर साहब के ‘औकात क्या है तुम्हारी’ जैसे शब्द के बाद ट्रक ड्राइवर का जवाब कि ‘यही तो लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं’ के कुछ सेकंड के वीडियो ने सबको झकझोर दिया. इसके बाद अब हरकत में आई मध्य प्रदेश सरकार ने ट्रक ड्राईवर को औकात बताने वाले शाजापुर जिला कलेक्टर किशोर कन्याल (Shajapur Collector Viral Video) को उनके पद से हटा दिया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने कहा कि सरकार इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं कर सकती. मोहन यादव के निर्देश पर किशोर कन्याल को शाजापुर कलेक्टर के पद से हटा दिया गया है.
राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर किशोर कन्याल (Kishor Kanyal) को राज्य उप सचिव के पद पर स्थानांतरित कर दिया. नरसिंहपुर की कलेक्टर रिजु बाफना को शाजापुर का नया कलेक्टर बनाया गया है. 2024 में खुश और फिट रहने के लिए ज़रूर करें ये 15 काम
सीएम ने लिया एक्शन: दरअसल, मंगलवार को एक ड्राइवर यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान कन्याल अपना आपा खो बैठे और बाद में उन्होंने कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो वह खेद व्यक्त करते हैं. इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम गरीबों के उत्थान के लिए काम करते हैं.
कोई भी कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो, उसे गरीबों के काम और भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. हमारी सरकार में इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.”
सोशल मीडिया पर मंगलवार को प्रसारित एक वीडियो क्लिप में कलेक्टर चालकों और अन्य लोगों से कानून अपने हाथ में नहीं लेने के लिए कहते हुए दिख रहे हैं, तभी चालकों के एक प्रतिनिधि ने उनसे अच्छे से बात करने के लिए कहा. इस पर किशोर कन्याल को गुस्सा आ गया और उन्होंने संबंधित व्यक्ति से पूछा, ”क्या करोगे तुम, क्या औकात है तुम्हारी?” उस व्यक्ति ने इसके जवाब में कहा कि वे यह लड़ाई इसलिए लड़ रहे हैं क्योंकि उनकी कोई ”औकात” (सामाजिक प्रतिष्ठा) नहीं है. इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने उस व्यक्ति को वहां से हटा दिया.
फिर दी सफाई: किशोर कन्याल ने बाद में जिला कलेक्टर के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें कहा गया कि मंगलवार को लगभग 250 ट्रक और बस चालकों की बैठक बुलाई गई थी जिनमें से कई ने हंगामा किया और विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, ”बैठक उन्हें अपने मुद्दों को लोकतांत्रिक तरीके से उठाने के लिए आयोजित की गई थी लेकिन उनमें से एक चालक दूसरों को भड़काने की कोशिश कर रहा था और आंदोलन को तेज करने की धमकी दे रहा था जिसके कारण मैंने इन शब्दों का इस्तेमाल किया. अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं.” उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी.