सर्दी को लेकर स्कूलों में ख़त्म हुई ड्रेस की बाध्यता, IMD के अनुसार बारिश के आसार

लखनऊ, IMD यानी मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार चार जनवरी और शुक्रवार पांच जनवरी को प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी रह सकता है। इसी के साथ कुछ स्थानों पर रात में और सुबह घना कोहरा छाया रहने की चेतावनी भी जारी की गई है।

बुधवार को लखनऊ के अलावा, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, फतेहपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, झांसी, उरई जालौन और हमीरपुर में बारिश हुई या गरज चमक के साथ बौछारें पड़ीं। लखनऊ, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ मण्डलों में दिन में धूप भी नहीं निकली।

स्कूलों में यूनिफार्म की बाध्यता सर्दी तक खत्म
कड़ाके की सर्दी को देखते हुए लखनऊ में डीएम ने स्कूलों में यूनिफार्म की बाध्यता खत्म कर दी है। बुधवार को जारी एक आदेश में डीएम सूर्यपाल गंगवार ने छह जनवरी तक कक्षा एक से आठ तक अवकाश, कक्षा नौ से 12 तक सुबह दस सेतीन बजे तक स्कूलों के संचालन के साथ ही सर्दीसे बचने के लिए छात्रों को कोई भी गर्म कपड़े पहकनकर स्कूल आने का आदेश जारी किया है।

पूस के महीने में सर्दी का सितम अब और बढ़ेगा। बारिश ने कंपकंपी छुड़ा दी है। आसमान में बादल तीन दिन बने रहेंगे। इससे बारिश और बूंदाबांदी का अनुमान है। बुधवार को भोर से दिनभर में प्रयागराज में 8.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग की मानें तो कोहरा और घना होगा। शीतलहर कंपकंपी छुड़ाएगी। बुधवार की भोर से अचानक शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर दोपहर डेढ़ बजे तक होती रही। देहात क्षेत्रों में भी बारिश हुई। सूर्य देव के दर्शन नहीं हो पाए। धूप नहीं निकलने के कारण सड़कों पर आवाजाही कम ही नजर आई।

घरों में लोगों ने ठंड से बचने के लिए हीटर और अलाव का सहारा लिया। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। वहीं शहर में बारिश से कई स्थानों पर जलभराव भी हुआ। बुधवार को अधिकतम 17.8 और न्यूनतम 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लखनऊ मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बीच हवाओं के चक्रवाती रूप लेने और उसके मैदानी हिस्सों में पहुंचने के कारण मौसम में बदलाव आया है।

घूरपुर मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आकाश मिश्रा का कहना है कि छह जनवरी तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने का अनुमान है। हल्की बारिश या बूंदाबांदी होगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के प्रो. एआर सिद्दीकी का कहना है कि इस बारिश के बाद गलन बढ़ेगी।

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