ईमानदारी की मिसाल : 25 रुपये की मूंगफली की उधारी के बदले 12 साल बाद चुकाए 25 हज़ार रुपये

नई दिल्ली, ये बात सच है  कि ईमानदारी सबसे कीमती चीज है. आज भी दुनिया में ईमानदारी जिंदा है और आप समय-समय पर लोगों की ईमानदारी से जुड़ी खबरें सुनते होंगे. ईमानदारी की एक ऐसी ही मिसाल अमेरिका  से लौटे एनआरआई भाई-बहनों ने कायम की है. इन दोनों भाई-बहनों ने कुछ ऐसा किया है, जिसकी चर्चा खूब हो रही है. सोशल मीडिया पर भी इनकी खबर खूब वायरल हो रही है. चलिए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला.

रिपोर्ट के मुताबिक, 2010 में मोहन नाम के एनआरआई अपने 2 बच्चों के साथ आंध्र प्रदेश के कोथावल्ली बीच पर घूमने आए थे. यहां बच्चों के कहने पर इन्होंने बीच पर एक शख्स से 25 रुपये की मूंगफली खरीदी, लेकिन जब पैसा देने के लिए उन्होंने जेब में हाथ डाला तो पर्स नहीं था. पर्स को वह होटल में भूल गए थे. वह मूंगफली वापस करने लगे, लेकिन सतैया नाम के मूंगफली वाले ने बड़ा दिल दिखाते हुए कहा कि आप इसे यूं ही ले लीजिए, लेकिन मोहन को ये ठीक नहीं लगा. उन्होंने सतैया से कहा कि ये उधारी रह गई और वह उसकी फोटो खींचकर ले गए. इसके बाद मोहन बच्चों के साथ अमेरिका चले गए।

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अब 11 साल बाद मोहन के वो दोनों बच्चे प्रणब और शुचिता फिर भारत आए और उस फोटो की मदद से सतैया की तलाश शुरू की, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल रही थी. इसके बाद दोनों भाई-बहन वहां के विधायक के पास गए और उनसे मदद मांगी. विधायक ने अपने फेसबुक वॉल पर वह फोटो पोस्ट की और सतैया नाम के इस शख्स की तलाश करने में लोगों से मदद मांगी. इसके बाद फौरन ही उसका पता चल गया.

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दोनों भाई-बहन सतैया के घर पहुंचे, लेकिन वहां जाकर उन्हें थोड़ी निराशा हुई. दरअसल सतैया अब जीवित नहीं थे, लेकिन दोनों भाई-बहन ने सतैया के परिवार को वो 25 रुपये ब्याज समेत लौटा दिया. उन्होंने परिवार को 25 रुपये की जगह 25 हजार रुपये लौटाए।

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