अफगानिस्तान में भीषण बम धमाके, पांच लोगों की मौत 65 से अधिक लोग घायल

काबुल, अफगानिस्तान एक बार फिर बम धमाकों से दहल उठा है. देश के तीन अलग-अलग हिस्सों में तीन धमाके हुए हैं. ये धमाके काबुल, मजार शरीफ और कुंदूज में हुए हैं. मजार शरीफ में एक शिया मस्जिद के अंदर धमाका हुआ है।

मजार शरीफ में हुए धमाके में पांच लोगों की मौत की खबर है. साथ ही 65 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. काबुल में सड़क किनारे भी ब्लास्ट हुआ है. काबुल पुलिस के प्रवक्ता ने इस धमाके में दो बच्चों के घायल होने की पुष्टि की है. अभी तक इन धमाकों की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने नहीं ली है।

इससे पहले अफगानिस्तान के काबुल में ही मंगलवार को कई शैक्षणिक संस्थानों को बम धमाकों के जरिये निशाना बनाया गया था. इन धमाकों में कम से कम सात बच्चों के घायल होने की बात सामने आई थी. ये धमाके काबुल के पास दश्त-ए-बारची में अब्दुल रहीम शहीद हाईस्कूल के पास और एक शैक्षणिक केंद्र के अंदर हुए थे. इन स्कूलों में परीक्षाएं चल रही थीं. किसी संगठन ने धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली थी. हालांकि पहले इस इलाके में हमलों में इस्लामिक स्टेट का नाम सामने आ चुका है

 

अप्रैल की शुरुआत में काबुल की सबसे बड़ी मस्जिद में दोपहर की नमाज के दौरान हथगोला फेंका गया था. इससे हुए धमाके में कम से कम छह लोग घायल हो गए थे. यह हथगोला पुराने काबुल शहर के बीच में स्थित 18वीं सदी की पुल-ए-खिश्ती मस्जिद पर फेंका गया था. पिछले साल जब तालिबान अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हुआ था, तब मई में काबुल में स्थित स्कूल के बाहर भी दो धमाके हुए थे. इन धमाकों में 60 से अधिक बच्चों की मौत हुई थी।

3 अप्रैल को भी काबुल मध्य इलाके में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कम से कम 59 लोग जख्मी हो गए. काबुल के आपातकालीन अस्पताल ने जानकारी दी थी कि अस्पताल में एक शव लाया गया है और 59 लोगों का इलाज किया गया, जिनमें से 30 घायलों को बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

तालिबान की काबुल पुलिस के एक प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा था कि विस्फोट एक संभावित चोर द्वारा फेंके गए हथगोले के कारण हुआ था, जो इलाके में मुद्रा बदलने वालों को लूटना चाहता था. उन्होंने बताया था कि 10 लोग घायल हुए थे. हालांकि, घायलों की संख्या में अंतर पर उन्होंने तत्काल कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया था।

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