फर्जी पासपोर्ट-वीजा बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 5 ग‍िरफ्तार, विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी

मुंबई,  पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट और वीजा बनाकर विदेश में नौकरी दिलाकर ठगी करने वाले गैंग को पर्दाफाश किया है. यह गैंग एक बेरोजगार युवक से विदेशी में नौकरी दिलाने के नाम पर 40 से 60 हजार रुपए वसूल करता था.

यह गैंग अब तक करीब 200 से 300 युवाओं को ठगी का शिकार बना चुका है. वहीं, करीब एक करोड़ से ज्यादा की रकम गलत तरीके से वसूल कर चुका है.

मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजतिलक रोशन के मुताबिक बेरोजगार युवाओं से ठगी करने वाला गैंग के सदस्य विदेश में नौकरी दिलवाने का यकीन करवाने के लिए कैंडिडेट को एक फर्जी लिंक भेजते थे. इस लिंक पर वह अपना डॉक्यूमेंट देख सकते थे. उनको लगता था कि नौकरी की सब कुछ प्रक्रिया पूरी हो गई हैं और जल्द ही उनको विदेश भेज दिया जाएगा.

पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस सब फर्जी प्रक्रिया को देखने के बाद युवा आसानी से उनके झांसे में आ जाते थे लेकिन जैसे ही नौजवान के पास ज्वाइनिंग लेटर आता था और तय तारीख पर विदेश जाने को एयरपोर्ट पहुंचता था तो उसे पता चलता था कि उसका पासपोर्ट और वीजा दोनों फेक हैं.

डीसीपी के मुताबिक इस तरह के कई मामले पीड़ित नौजवानों ने विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज करवाए थे. इसके बाद मामले की जांच शुरू की गई और इस नौकरी दिलाने वाले गैंग का भड़ाफोड़ किया जा सका.

इस पूरे मामले में पुलिस ने गैंग के 5 लोगों को गिरफ्तार किया है जो दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, बिहार का गया और ठाणे के भिवंडी में अपना नेटवर्क चलाते थे. विदेश में नौकरी की चाहत रखने वाले नौजवानों से यह गैंग पैसे अपने बैंक अकाउंट में मंगवाते थे. पुलिस ने अब इन बैंक अकाउंट्स को भी सीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

क्राइम ब्रांच की टीम ने गैंग के पास से 63 फर्जी पासपोर्ट, 7 बनावटी वीजा, 14 मोबाइल सिम, 7 मोबाइल, चेक बुक, पासबुक, कई बैंकों के 10 डेबिट कार्ड, लैपटॉप आदि बरामद किये हैं. अकेले मुंबई में ही इस गैंग के सदस्यों ने 2 जगहों पर दफ्तर खोला हुआ था.

मुंबई पुलिस की ओर से जिन 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है कि उनकी पहचान रामकृपाल कुशवहा (45) भिवंडी, रोहित महेश्वरी प्रसाद सिंह (33) मुंबई, आशीष कुमार मुंगेश्वर महतो (30) दिल्ली, अमितोष रमन कुमार गुप्ता (40) लखनऊ, राहुल कुमार सिवान चौधरी (22) बिहार गया के रूप में की गई है. यह सभी आरोपी 10 से 12वीं पास हैं. इस गैंग के 2 आरोपियों का और पता चला है जोकि पहले से दिल्ली की जेल में बंद हैं.

मुंबई पुलिस इस गैंग से जुड़े और भी नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है जो विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर नौजवानों के साथ फर्जीवाड़ा करने की फिराक में विभिन्न राज्यों में बैठे हैं.

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