ज़मीन बेचकर जिंदा रहते हुए दिया मृत्यु भोज, तेरहवीं में शामिल हुए 800 मेहमान

एटा, अपनों की रूखी हरकतों से निराश एक व्यक्ति ने ऐसा कदम उठाया कि सभी चौंक पड़े हैं। उसने अपनी ही तेरहवीं के भोज का आयोजन किया। बकायदा मृत्युभोज का कार्ड छपवाया और लोगों में बांटा।

सोमवार को आयोजित इस भोज में 800 से ज्यादा लोग पहुंचे भी। इस मृत्यु भोज के लिए पैसे का जुगाड़ भी अपनी दस बिस्वा जमीन बेचकर की। मामला थाना सकीट के गांव मुंशीनगर का है।

यहां 55 साल के हाकिम सिंह यादव अपनी ही तेरहवीं करने पर बताते है कि उनके पास करीब साढ़े पांच बीघा जमीन है। उनकी शादी नहीं हुई है। बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व बिहार से किसी युवती संग ब्याह रचाया था, लेकिन वो भी उन्हें छोड़कर चली गई। उनके परिवार में भाई-भतीजे हैं।

हाकिम सिंह का आरोप है कि घरवाले संपत्ति पर कब्जा किए हुए है और उनसे लगातार झगड़ा करते रहते हैं। हाकिम सिंह यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले घरवालों ने उसके साथ मारपीट की थी। इस पर उनके मन में जीते जी तेरहवीं का विचार आया और मृत्युभोज का आयोजन कर दिया।

तेरहवीं के आयोजन के लिए हाकिम सिंह ने अपनी 10 बिस्वा (करीब आधा बीघा) जमीन बेची थी और इससे मिले रुपयों से पहले तेरहवीं के कार्ड छपवाए। इसके बाद सोमवार को गांव में मृत्युभोज का कराया। इसमें 800 से ज्यादा लोग पहुंचे। हर कोई हाकिम के इस तरह से अपनी ही तेरहवीं को लेकर तरह तरह की चर्चाएं करते रहे। लोग इस आयोजन को एक तरह से उनका अपने ही परिवार वालों के खिलाफ बगावत के रूप में देख रहे थे।

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