उत्तर प्रदेश में 52 फीसदी लोगों को लगी कोरोना टीके की पहली डोज, दूसरी डोज नहीं लेने वालों की होगी खोज

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में लक्ष्य के सापेक्ष 52 फीसदी लोगों को टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी है। अब पहली डोज के बाद निर्धारित समय पर दूसरी डोज नहीं लेने वालों की खोज की जाएगी।

फिर वरीयता के आधार पर उनका टीकाकरण कराया जाएगा। ये निर्देश मुख्य सचिव आरके तिवारी ने टीकाकरण के लिए गठित स्टेट स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में दिए हैं।

उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी वैक्सीनेशन की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करें। बैठकों में जिलों के ऐसे क्लस्टर चिह्नित करें, जहां मानक से कम टीकाकरण हुए हैं। ऐसे क्लस्टर में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए अलग से रणनीति बनाएं। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि टीकाकरण के लिए 15 करोड़ चार लाख 98 हजार 820 का लक्ष्य रखा गया था। इनमें से सात करोड़ 87 लाख 33 हजार 864 को पहला डोज और एक करोड़ 70 लाख 84 हजार 35 को दोनों डोज दी जा चुकी है।

इस तरह लक्ष्य के सापेक्ष 52 फीसदी से अधिक को पहली डोज लगाई जा चुकी है। गर्भवती महिलाओं व शिक्षकों का प्राथमिकता पर टीकाकरण किया जा रहा है। 7 से 16 सितंबर तक चले विशेष अभियान में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 65 लाख व्यक्तियों को टीकाकरण किया गया है। इसी तरह 60 से अधिक उम्र वालों 1,11,96,310 और 45 से 60 साल की आयु वर्ग के 1,92,73,730 व्यक्तियों को टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी है।

वहीं, 96.73 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स और 98.88 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज दी जा चुकी है। जबकि 83.46 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स और 73.14 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स दोनों डोज ले चुके हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, मिशन निदेशक एनएचएम अपर्णा यू सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

ऑक्सीजन प्लांट का काम 30 तक पूरा कराने के निर्देश मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि 30 सितंबर तक सभी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दें। प्लांट के संचालन के लिए जरूरी मैनपावर के प्रशिक्षण कार्य जल्द पूरा कराएं। यह सुनिश्चित करें कि प्रशिक्षित कर्मी में कम से कम एक नियमित कर्मचारी अवश्य हो।

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