इस्राइली शिक्षक ने हमास के समर्थन दिया बयान, कहा ‘कब्जा झेल रहा राष्ट्र आजादी के लिए कुछ भी कर सकता है’, हुआ गिरफ्तार

नई दिल्ली, हमास और इस्राइल के बीच सात अक्तूबर से भीषण युद्ध जारी है। हमास के आतंकी कृत्य का जवाब देते हुए इस्राइली सेना ने गाजा स्थित हमास पर जमकर हमले किए। वर्तमान में भी इस्राइल हमास के ठिकानों को तबाह कर रहा है।

इसी बीच हमास और इस्राइल युद्ध को लेकर तमाम प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। जहां एक तरफ कई लोग हमास का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर, कई लोग इस्राइल की जवाबी कार्रवाई को अपना समर्थन दे रहे हैं।

इसी बीच, इस्राइली शिक्षक के एक संदेश ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है। इस्राइल के इतिहास शिक्षक ने हमास द्वारा की गई सात अक्तूबर की कार्रवाई को उचित ठहराया। जिसके बाद पेटा टिकवा के एक स्कूल में कार्यरत इस्राइल के इतिहास शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया। अपने संदेश में शिक्षक ने कहा, फलस्तीनियों पर हुए अत्याचार को पाठ्यपुस्तकों में शामिल नहीं किया गया है। क्या इस्राइली सैनिकों ने फलस्तीनियों के साथ दुष्कर्म नहीं किया है? इस संदेश के बाद से ही इस्राइल में शिक्षक का विरोध होने लगा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

अपने संदेश में शिक्षक हमास का बचाव करते हुए लिखा, एक कब्जे वाले राष्ट्र को अपनी आजादी के लिए कुछ भी करने की अनुमति है। बयान के बाद, पेटाव टिकवा स्थित स्कूल ने शिक्षक को हटा दिया है। शिकायत दर्ज के बाद शिक्षक को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।

शिकायत में कहा गया कि हमास का समर्थन कर उन्होंने इस्राइल सुरक्षा बलों का अपमान किया है। साथ ही उनका मनोबल पर प्रहार किया है। शिक्षक ने अपने बयान में कहा था कि कार से टक्कर मारने वाले हमले में शामिल व्यक्ति आतंकवादी नहीं था। शिक्षक ने इस्राइली वायु सेना को हत्यारा करार दिया। साथ ही, स्कूली छात्रों से सेना में शामिल न होने की अपील की। अपने संदेश में शिक्षक ने कहा, सेना के जवान जानते हैं कि इसका परिणाम क्या होगा, लेकिन उन्होंने आदेश का पालन करना ही चुना।

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