आसान नहीं होगी इजरायल राह , मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमास के लड़ाके तैयार, स्पेशल यूनिट बनाकर तेज किए हमले

गाज़ा, हमास और इजराइल  के बीच जंग जारी है. जिसमें हर मोर्चे पर हमास के लड़ाके इजराइल को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं हमास ने सबसे पहले शनिवार सुबह इजरायल पर रॉकेट दाग पर इस जंग की शुरुआत की. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को सबक सिखाने की ठानी और अब  पलटवार कर रहा है. पर हमास पर पर पाना इतना भी आसान नहीं है।

इजरायल ने हमास के कब्जे वाले इलाके गाजा पट्टी से अपना नियंत्रण वापस पाने के लिए भी 1 लाख सैनिकों को जंगी मैदान में उतार दिया है.

इस बीच सूत्रों की मानें तो हमास ने भी इजरायल पर हमला करने के लिए विशेष इकाइयों की तैनात की है. साथ ही कुछ पुराने वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें फिलिस्तीनी इस्लामवादी समूह हमास ने दशकों में इजरायल पर सबसे विनाशकारी हमले के लिए लगभग 1,000 लड़ाकों की एक सेना तैनात की है. उन लड़ाकों को कई अलग-अलग स्पेशल यूनिट्स में लगाया गया है. जानें यह यूनिट्स कैसे काम करती हैं.

मिसाइल यूनिट

ऑपरेशन की शुरुआत में, हमास ने कहा कि उसने पहले बैराज में 5,000 रॉकेट दागे थे. इजरायल की सेना ने कहा कि सुबह लगभग 6.30 बजे बमबारी करते हुए 2,500 रॉकेट दागे गए. रॉकेटों का उद्देश्य सदमा और भ्रम पैदा करना था. साथ ही हमास के लड़ाकों को गाजा के आसपास की मजबूत बाड़ को तोड़ने और ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए कवर प्रदान करना था.

हवाई यूनिट

हैंग ग्लाइडर या मोटर चालित पैराग्लाइडर पर लड़ाकू विमानों की टीमों ने सीमा पार उड़ान भरी और मुख्य जमीनी हमले के लिए इलाके को सुरक्षित कर लिया. हमास द्वारा जारी किए गए वीडियो में वायु सेना फाल्कन स्क्वाड्रन नाम के बैज के साथ यूनिट को हमले के लिए प्रशिक्षण देते हुए दिखाया गया है. कुछ आतंकवादियों ने एक व्यक्ति के लिए पैराग्लाइडर का इस्तेमाल किया और अन्य ने दो लोगों के लिए पैराग्लाइडर का इस्तेमाल किया. इसमें उन्हें हथियारों के साथ लक्ष्य पर उतरने का प्रशिक्षण दिखाया गया. फोन फुटेज में लड़ाकू विमानों को हवा में देखा जा सकता है.

एलीट कमांडो ग्राउंड यूनिट

यह 400-मजबूत लड़ाकों की फोर्स है. ये विस्फोटकों का इस्तेमाल करके गढ़वाली गाजा बाड़ को तोड़ता है ताकि वे इजरायली सीमा में घुसपैठ कर सकें. मोटरसाइकिलों पर कुछ लोगों के पार होने के बाद, छेदों को चौड़ा करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया ताकि टीमें चार-पहिया ड्राइव वाहनों से इजरायली इलाके में दाखिल हो सकें.

इन कमांडोज ने पहली इजरायली रक्षा पंक्ति पर हमला किया, सैनिकों के सोते हुए क्वार्टरों पर छापा मारा और दक्षिणी गाजा के लिए इजरायल के सैन्य अभियान के ठिकानों और मुख्यालयों पर कब्जा कर लिया. हमास द्वारा जारी किए गए वीडियो में लड़ाकों को सुरक्षा बाड़ तोड़ते हुए दिखाया गया है, मंद रोशनी और कम सूरज से पता चलता है कि यह रॉकेट बैराज के समय के आसपास था.

ड्रोन यूनिट

सीमा पर निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. हमास ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उसने जौरी नामक ड्रोन के बारे में बताया और कहा है कि इनका इस्तेमाल घुसपैठ के लिए रास्ता बनाने के लिए किया गया था. इसने आतंकवादियों द्वारा गाजा से ड्रोन लॉन्च करने का एक वीडियो भी जारी किया.

इंटेलिजेंस यूनिट

इस यूनिट का इस्तेमाल इजरायली सैनिकों की स्थिति और गतिविधियों की पहचान करने और उनके मुख्यालय की निगरानी करने के लिए किया जा रहा है. इस यूनिट के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ सकी है.

इसके अलावा आपको बता दें कि यूरोपियन यूनियन ने फिलिस्तीनियों के लिए सहायता राशि निलंबित कर दी है. यूरोपियन यूनियन ने घोषणा की है, फिलिस्तीन के लिए €700 मिलियन के फंडिंग पैकेज को रोका जा रहा है.

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