वडोदरा, गुजरात के वडोदरा में नाव पलटने से कम से कम 12 जानें चली गई। यह हादसा गुरुवार को दोपहर हरणी लेक में हुई। मरने वालों में कम से कम दस बच्चे और दो टीचर शामिल हैं।
नाव में सवार 15 अन्य लोगों को बचा लिया गया है। ये सभी बच्चे सनराइज स्कूल के हैं। हादसा के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाव की सवारी करते समय किसी ने लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी।
सनराइज स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गुरुवार को पिकनिक पर ले जाया गया था। पिकनिक गई बच्ची नैंसी की मां निरालीबेन माची ने बतायाकि उनकी बेटी क्लास 2 में पढ़ती थी। वह अन्य बच्चों के साथ स्कूल पिकनिकपर सुबह 8 बजे हरणी वाटरपार्क और झील पर गई थी। शाम को बच्चों के परिजन को फोन आया कि एक्सीडेंट हो गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नाव पर स्कूली बच्चों की टीम सवार थी। इसमें 23 बच्चे और दो टीचर थे। संतुलन खोने की वजह से नाव पलट गई। किसी भी बच्चे ने लाइफ जैकेट नहीं पहने थे। बच्चे तैरना नहीं जानते थे तो वह डूबने लगे। वहां मौके पर मौजूद लोगों ने बच्चों को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी। इसी बीच प्रशासन और पुलिस को सूचित किया गया। मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने रेस्क्यू शुरू कराया। बच्चों को अस्पताल भेजवाना शुरू किया।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष येसुदान गढ़वी ने घटना पर दु:ख जताते हुए प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के पीपीपी मॉडल ने बच्चों की जान ली है। सरकार की पीपीपी मॉडल पूरी तरह से विफल है। गुजरात सरकार ने ऐसे कई ठेकेदारों को ठेका दे दिया है जो बिना किसी लाइफ जैकेट और नियमों का पालन कराए नाव की सवारी करा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि वडोदरा की हरनी झील में नाव पलटने से बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। दयालु ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दे। नाव पर सवार छात्रों और शिक्षकों का बचाव अभियान फिलहाल जारी है। सिस्टम को दुर्घटना के पीड़ितों को तत्काल राहत और उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।