



अभिनेत्री से किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर बन चुकीं ममता कुलकर्णी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बारे में बयान देकर बिहार के सियासी पारे को बढ़ा दिया है। दरअसल, ममता कुलकर्णी ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान यह कहा है कि उनका बिहार का अनुभव अच्छा नहीं था।वह किसी तरह जान बचाकर बिहार से वापस मुंबई पहुंची थी। ममता कुलकर्णी ने कहा कि उस वक्त मुझे नहीं पता था कि लालू यादव कौन हैं? मुझे बताया गया कि वो बिहार के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने राज्यसभा सीट देने का ऑफर किया, लेकिन मैंने साफ कहा कि मुझे राजनीति में नहीं जाना है। उन्होंने कहा कि वो आगे भी राजनीति में नहीं जाएंगी, अभी यही सोच है।
ममता कुलकर्णी ने चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि मैं गोवा में एक कार्यक्रम में गई थी। मेरे सेक्रेट्री ने फोन पर बताया कि गोवा से सीधे बिहार जाना है, वहां एक कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि हम 10 लोगों की टीम फ्लाइट से बिहार पहुंचे। मुझे बिहार का कुछ पता नहीं था। मेरी हेयर ड्रेसर को कुछ सामान लेना था। जब मैंने कार वाले को रोकने को कहा तो उसने कहा- ‘मैडम इधर नहीं रुक सकते, ये नक्सली एरिया है।
जब उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि ये नक्सली एरिया क्या होता है तो जवाब सुनकर डर गई थी। ममता कुलकर्णी ने कहा कि हमलोग होटल गए तो अधिकारियों की लाइन लगी थी। एके-47 लेकर 100 पुलिसवाले खड़े थे जैसे युद्ध पर जाना हो। रूम के अंदर भी लोग भरे हुए थे। मानो 5000 लोग अंदर बैठे हों। अंदर जगह ही नहीं थी। एक घंटे के बाद शो के लिए पहुंचे तो ड्रेसिंग रूम भी खचाखच भरा हुआ था।
बता दें कि उस वक्त ममता कुलकर्णी के बिहार आने की चर्चा जोरों पर चली थी। लेकिन तब लालू यादव ने इसका खंडन किया था। हालांकि राणा जी मुझे माफ करना, गलती मारे से हो गई, गाने पर ममता कुलकर्णी से डांस करवाए जाने की चर्चा आम हो गई थी। उस दौरान सत्ताधारी खेमे के ‘राणा’ सरनेम वाले एक रसूखदार नेता की खूब चर्चा होती थी। वह लालू यादव के करीबी बताए जाते थे और वह सुर्खियों में हमेशा रहते थे। इसी दौर में चुपके-चुपके फिल्म एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी के बिहार आने की खबरें मीडिया रिपोर्ट में फैली थी।