हुआ चमत्कार : दिल की धड़कन रुकने के बाद भी युवक हुआ, डॉक्टर हुए हैरान

नई दिल्ली, 42 वर्ष के एक पुरुष के साथ चमत्कार हुआ कुछ दिनों पहले दिल्ली के शालीमार बाग में रहने वाले 42 वर्ष के पुरुष को सीने में दर्द हुआ जिस मरीज एसिडिटी समझता रहा, लेकिन जब एक घंटे तक दर्द नहीं रुक तो मरीज को इमरजेंसी हालात में शालीमार बाग के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया.

अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचने पर ना तो मरीज की सांसे चल रही थी ना ही उसका दिल धड़क रहा था यहां तक की टेस्ट करने पर उसकी ECG की लाइन एकदम सपाट हो चुकी थी.

मरीज की आंखों की पुतलियां में भी कोई हरकत नहीं थी अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक इमरजेंसी डिपार्टमेंट में पहुंचने से 7 मिनट पहले ही मरीज के दिल की धड़कन बंद हो चुकी थी. इसलिए सबसे पहले जरूरी था की दिल की पंपिंग वापस शुरू की जाए, जिससे दिमाग तक होने वाली खून की सप्लाई को फिर से बहाल किया जा सके इसके लिए मरीज को 20 मिनट तक तेज सीपीआर दिया गया.

सीपीआर में दिल की मांसपेशियों को एक खास तरीके से तेजी से दबाया जाता है जिससे खून फिर से पंप करने की दिल की क्षमता वापस लौट सके. 20 मिनट के बाद मरीज के दिल की धड़कन हल्की सी वापस लौट आई. फॉर्टिस शालीमार बाग अस्पताल के डॉक्टर नरेश गोयल के मुताबिक अगर यह मरीज 5 मिनट भी और लेट हो जाता तो इसका बचाना लगभग नामुमकिन था.

इसी हालत में मरीज की एंजियोप्लास्टी की गई. इस टेस्ट में जांघ के जरिए दिल तक एक तार जैसा कैथेटर डालकर यह देखा जाता है कि दिल की हालत क्या है और किस आर्टरी में कितनी ब्लॉकेज है.

टेस्ट में पता चला कि मरीज के दिल के बाएं चेंबर को blood supply नहीं हो पा रही है अब करने वाली खून पंप करने वाली सबसे बड़ी आर्टरी LAD पूरी तरह से बंद है चार दिनों के इलाज के बाद मरीज जानलेवा हालात से बाहर निकाल और उसे रिवाइव किया जा सका. इस दौरान मरीज को तकरीबन 15 दिन अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा.

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