राज्यसभा से मुख्तार अब्बास नकवी की विदाई, BJP के राज्यसभा प्रत्याशियों की सूची में नही दिखा नाम, मंत्री रहेंगे या नही उस पर भी संशय

नई दिल्ली, 10 जून को होने वाले राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की अनुपस्थिति ने अटकलों को हवा दी है कि पार्टी उच्च सदन में फिर से नामांकन के लिए उनके बारे में विचार नहीं कर रही है। हालांकि पार्टी नेताओं ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

सस्पेंस ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में उनके बने रहने पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि नियम कहते हैं कि एक मंत्री को संसद के किसी भी सदन का सदस्य होना आवश्‍यक है। पार्टी अब तक 22 नामों की घोषणा कर चुकी है।

सोमवार को इसने ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के लक्ष्मण (जो तेलंगाना के रहने वाले हैं) और शाहजहांपुर के पूर्व सांसद मिथिलेश कुमार यूपी से दो सीटों के लिए उम्मीदवार के रूप में दो नामों की घोषणा की, मध्य प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष सुमित्रा वाल्मीकि मध्य प्रदेश से और लाल सिंह सिरोया कर्नाटक से एमएलसी हैं।

भाजपा के एक नेता के अनुसार, ऐसी संभावना है कि नकवी उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ सकते हैं। चुनाव 23 जून को होना है। नकवी, उन तीन केंद्रीय मंत्रियों में शामिल थे, जिनका उच्च सदन में कार्यकाल समाप्त हो गया था। उन्हें झारखंड से नामांकित किया गया था।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को क्रमशः कर्नाटक और महाराष्ट्र से नामित किया गया है। एक चौथे मंत्री, आरसीपी सिंह को भी उनकी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड) द्वारा फिर से नामित नहीं किया गया है, जोकि बीजेपी की एक सहयोगी है।

राज्य इकाई के पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि इस बीच, भाजपा 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मीडिया दिग्गज सुभाष चंद्रा का समर्थन कर सकती है। राज्य से चार सीटों पर चुनाव होना है।

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