सुपुर्द-ए-खाक हुआ मुख्तार अंसारी का पार्थिव शरीर, लाखों की भीड़ ने दी आखिरी विदाई, लगे अमर रहें के नारे

गाजीपुर, अस्पताल प्रशासन के अनुसार  मुख्तार आंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। शुक्रवार देर रात अंसारी का शव गाजीपुर जिले में मुहम्मदाबाद स्थित उनके पैतृक आवास लाया गया। इस दौरान भारी सुरक्षा बल भी मौजूद रहा।

अंसारी के पार्थिव शरीर को शनिवार को कब्रिस्तान ले जाकर सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है।

कब्रिस्तान के अंदर केवल परिवार के लोगों को ही प्रवेश दिया गया था। जबकि बाहर समर्थकों की भारी भीड़ जमा रही। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। कब्रिस्तान के अंदर घुसने का प्रयास कर रही भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

बेटे उमर ने पिता का जनाजा उठने से पहले मृत शरीर पर पहले इत्र छिड़का फिर अंतिम बार पिता की मूंछों पर ताव दिया। इसके बाद सुपुर्द-ए-खाक के लिए पिता का जनाजा उठाया। उमर ने जैसे ही पिता की मूंछों को ताव दिया समर्थकों ने मुख्तार अंसारी अमर रहें के नारे लगाने शुरू कर दिए।

मुख्तार अंसारी के जनाजे में परिवार, रिश्तेदार समेत गांव के हजारों लोगों की भीड़ भी शामिल हुई। जनाजे में मुख्तार अंसारी जिंदाबाद, मुख्तार अंसारी अमर रहे नारे लगाए जाते रहे। इस दौरान भारी सुरक्षा बल भी जनाजे के साथ ही चलता रहा। शव को कब्रिस्तान के अंदर ले जाया गया है।

मुख्तार अंसारी के जनाजे में जबरदस्त भीड़ उमड़ी है। जनाजे से पहले मस्जिद में हुई नमाज में भारी संख्या में समर्थक नारे लगाते चल रहे। वहीं लोग मुख्तार अंसारी की अंतिम यात्रा को अपने मोबाइल कैमरे में भी कैद कर रहे थे। समर्थक मोबाइल से अंसारी की अंतिम यात्रा की तस्वीरें लेने के साथ रिकॉर्ड भी कर रहे थे।

देर रात करीब 1:15 बजे मुख्तार का पार्थिव शरीर  उनके आवास पर पहुंचा। शव को सुरक्षा के मद्देनजर घर के पीछे के रास्ते से लाया गया। मुख्तार के जनाजे में शामिल होने के लिए शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा भी मुहम्मदाबाद पहुंचा।

बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया था। इसके बाद अंसारी के पार्थिव शरीर को बेटे उमर और परिजनों को सौंप दिया गया था। मुख्तार अंसारी के पोस्टमार्टम के दौरान पूरा अस्पताल छावनी बना हुआ था। अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

मुख्तार अंसारी के शव को बांदा से गाजीपुर स्थित मुहम्मदाबाद आवास तक कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच लाया गया। शाम को करीब 4.30 बजे पुलिस की टीम अंसारी का शव लेकर बांदा जिले से निकली थी। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। देर रात करीब 1 बजे के आसपास मुख्तार का शव उसके पैतृक आवास पहुंचा था।

शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा भी मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए शनिवार को उनके पैतृक आवास मुहम्मदाबाद पहुंचा है। ओसामा पर भी बिहार में दो मामले दर्ज हैं।

मुख्तार अंसारी के शव को उनकी मां की कब्र के पास ही दफनाया गया। अंसारी के शव को ग्लास के केबिन में रखा गया। अंसारी के घर पर परिवार, रिश्तेदारों के साथ ही काफी संख्या में समर्थक और गांव के लोगों की भीड़ जमा थी।

 

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