एमैनुएल मैक्रों के हाथों में एक बार फिर फ्रांस की सत्ता, दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन को एक बार फिर से दी मात

पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में एमैनुएल मैक्रों ने जीत हासिल कर ली है। इसके साथ ही मैक्रों ने रविवार को मतदान पूर्ण होने के बाद धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन को एक बार फिर से मात दे दी। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर नतीजों की घोषणा नहीं हुई है।

 

महामारी और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच जारी राष्ट्रपति चुनाव में मैक्रों ने उन्हें एक और मौका देने की अपील मतदाताओं से की थी। मैक्रों पिछले 20 साल में लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने वाले पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति बन गए हैं। साथ ही, इसके यूरोप की भविष्य की दिशा तय करने और यूक्रेन में युद्ध रोकने के पश्चिमी देशों के प्रयासों पर दूरगामी परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

 

इस बीच, दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने रविवार को राष्ट्रपति पद की दौड़ में हार स्वीकार कर ली और मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों को विजयी मान लिया। पेन ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उनका अभूतपूर्व प्रदर्शन ”अपने आप में एक शानदार जीत” को दर्शाता है।

 

रविवार को मतदान संपन्न होने के बाद विभिन्न मतदान एजेंसियों ने अनुमान जताया कि मैक्रों अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी पर बड़ी बढ़त बनाते दिख रहे हैं। पांच साल पहले भी मैक्रों ने ली पेन को करारी मात देकर 39 वर्ष की उम्र में फ्रांस के सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का गौरव हासिल किया था।

 

मतदान एजेंसी ओपिनियन-वे, हैरिस और इफोप के अनुमान के मुताबिक, कुल मतदान का 57 फीसदी 44 वर्षीय मौजूदा राष्ट्रपति मैक्रों के खाते में जाता दिख रहा है, जबकि मरीन ले पेन को 41.5 से 43 फीसदी वोट मिलने की संभावना है।

 

अपने विजयी भाषण में मैक्रों ने अपने प्रतिद्वंद्वी का समर्थन करने वाले मतदाताओं के गुस्से का जवाब देने की कसम खाई और कहा कि उनका नया कार्यकाल पिछले पांच वर्षों से अलग रहेगा। हजारों की संख्या में जश्न मनाते समर्थकों से उन्होंने कहा कि उस गुस्से और असहमति का जवाब खोजा जाना चाहिए, जिसके कारण हमारे कई हमवतन लोगों ने धुर दक्षिणपंथ के लिए मतदान किया। यह मेरी और मेरे आसपास के लोगों की जिम्मेदारी होगी।

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