नई दिल्ली, पेटीएम के हालात ठीक होते नहीं दिख रहे हैं. अब फिनटेक कंपनी पेटीएम ने जारी संकट के बीच एक बड़ा कदम उठाया है. पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक से दूरी बढ़ा दी है.इंटर-कंपनी एग्रीमेंट को समाप्त कर दिया गया है.
कंपनी ने कहा कि पेमेंट्स बैंक अपने शेयरधारकों से स्वतंत्र, (पेटीएम पेमेंट्स बैंक के) प्रशासन का समर्थन करने के लिए शेयरधारकों के समझौते को सरल बनाने पर सहमत हुआ. पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 51% हिस्सेदारी है जबकि पेटीएम के पास बाकी हिस्सेदारी है.
विजय शेखर ने शेयर किया अपडेट
पेटीएम फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने शुक्रवार की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक अपडेट में इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा- पेटीएम और पीपीबीएल (पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड) के शेयरहोल्डर्स विभिन्न इंटर कंपनी एग्रीमेंट को डिसकंटीन्यू करने पर सहमत हुए हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर एक्शन लिया था. इसमें आरबीआई ने निर्देश दिया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक अब अपनी सर्विस को बंद कर दे. आरबीआई ने पहले 29 फरवरी 2024 की डेट तय की गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया है. पेटीएम का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के परिचालन को स्वतंत्र करने के कई उपाय किए जा रहे हैं.
सेवाओं पर एक्शन का असर
पेटीएम पर आरबीआई के एक्शन के बाद से कई सेवाएं प्रभावित हुई हैं. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की कई सेवाओं पर रोक लगा दी है. इसके अलावा पेटीएम फास्टैग जैसी कई सेवाओं पर हुआ है. 15 मार्च के बाद पेटीएम वॉलेट में पैसे ऐड करना या फास्टैग को रिचार्ज कर पाना संभव नहीं होगा. ग्राहक पेटीएम पेमेंट्स बैंक में खुले अकाउंट में 15 मार्च के बाद पैसे भी क्रेडिट नहीं हो पाएंगे. हालांकि 15 मार्च के बाद भी पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अकाउंट से पैसे निकाले जा सकेंगे.