कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद

नई दिल्ली, भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पीएम मोदी देशभर में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करेंगे. तय कार्यक्रम के अनुसार पीएम मोदी की यह बैठक दोपहर 12 शुरू होगी।

 

कोरोना की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली यह पहली बैठक है. इससे पहले भी समय-समय पर पीएम मोदी कोरोना की स्थिति पर सीएम के साथ बातचीत करते रहे हैं।

 

बुधवार को होने वाली इस बैठक में पीएम मोदी के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और उनके मंत्रालय से संबंधित अधिकारियों के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है. माना जा रहा है कि इस बैठक में देशभर में कोरोना की बूस्टर डोज को मुफ्त में देने का प्रस्ताव भी जारी किया जा सकता है।

 

इससे पहले रविवार को पीएम मोदी कोविड संक्रमण के मामलों के मद्देनजर देशवासियों से सतर्क रहने और मास्क पहनने, उचित दूरी का पालन करने और लगातार हाथ धोने जैसे बचाव के सभी उपायों का पालन करने का आग्रह किया था।

सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण इस मामले में एक प्रेजेंटेशन देंगे. बता दें कि दिल्ली में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

पीएम मोदी ने यह बैठक ऐसे समय में बुलाई है जब देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. यहां पिछले 24 घंटे में 1200 से ज्यादा केस सामने आए हैं. अगर पिछले 10 दिनों के आंकड़े पर नजर डालें तो पता चलता है कि कैसे लगातार दिल्ली में संक्रमण बढ़ा है. दिल्ली में 10 दिन पहले यानी 16 अप्रैल के कोरोना आंकड़ों की बात करें तो कोरोना के कुल 461 मामले एक दिन में सामने आए थे. साथ ही दो मरीजों की कोरोना से मौत हुई थी।

भारत के औषधि महानियंत्रक DCGI ने 6 से 12 साल तक के बच्चों के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है. इसके अलावा 12 साल से अधिक की उम्र के बच्चों के लिए जायडस कैडिला की जायकोव डी वैक्सीन को भी इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है. यह फैसला ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की मीटिंग के बाद लिया गया है, जिसमें भारत बायोटेक की कौवैक्सिन को 2-12 साल की उम्र के बच्चों को लगाने के लिए डेटा मांगा गया था।

 

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