Subrata Roy Passes Away: सहारा इण्डिया प्रमुख सुब्रत राय सहारा का 75 वर्ष की आयु में निधन, लम्बे समय से थे बीमार

मुंबई , सहारा ग्रुप के संस्थापक सुब्रत रॉय का 75 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्होंने लंबी बीमारी के बाद आज मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार कल लखनऊ में किया जाएगा.अखिलेश यादव ने उनके निधन पर दुख जताते हुए इसे निजी क्षति बताया है.

सुब्रत राय स्वर्गीय सुधरी चंद रॉय के बेटे थे. उनका जन्म बिहार के अररिया में एक उच्च मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. सुब्रत रॉय हमेशा से पढ़ाई में काफी अच्छे थे. उन्होंने सरकारी तकनीकी संस्थान गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है. सहारा समूह की स्थापना से पहले उन्होंने रियल एस्टेट में लंबा समय बिताया था. सहारा समूह की स्थापना से पहले 18 सालों को रियल एस्टेट का अनुभव था और व्यवयास का 32 सालों का बड़ा अनुभव था. उन्होंने स्वप्ना रॉय से शादी की थी और उनके दो बेटे हैं.

सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और उनका इलाज मुंबई के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर बुधवार (15 नवंबर) को लखनऊ के सहारा शहर लाया जायेगा. यहां उन्हें आखिरी विदाई दी जाएगी. उनके परिवार में पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय हैं.

 

सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और उनका इलाज मुंबई के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर बुधवार (15 नवंबर) को लखनऊ के सहारा शहर लाया जायेगा. यहां उन्हें आखिरी विदाई दी जाएगी. उनके परिवार में पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय हैं.

सहारा इंडिया परिवार ने बयान जारी किया- सहारा इंडिया परिवार को अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हमारे मैनेजिंग वर्कर और चेयरमैन ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा का निधन हो गया है. सहाराश्री जी एक प्रेरणादायक और दूरदर्शी व्यक्तित्व थे. मेटास्टैटिक मैलिंगनैंसी, हाई ब्लड प्रेशर और शुगर की बीमारियों के साथ एक लंबी लड़ाई के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण 14 नवंबर 2023 को रात 10.30 बजे उनका निधन हो गया. स्वास्थ्य में गिरावट के बाद उन्हें 12 नवंबर 2023 को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में भर्ती कराया गया था.

उनकी क्षति पूरे सहारा इंडिया परिवार को गहराई से महसूस होगी. सहाराश्री जी उन सभी के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति, मार्गदर्शक और प्रेरणा के स्रोत थे, जिन्हें उनके साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था.

सहारा इंडिया परिवार सहाराश्री की विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. हम हमारे संगठन को आगे बढ़ाने में उनके दृष्टिकोण का सम्मान करना जारी रखेंगे.”

सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून, 1948 को बिहार के अररिया जिले में हुआ. कोलकाता में शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने गोरखपुर के एक सरकारी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. सुब्रत रॉय ने अपना पहला कारोबार गोरखपुर से ही शुरू किया.

पटना हाईकोर्ट में सहारा इंडिया के खिलाफ लोगों के पैसों का कई सालों से भुगतान नहीं करने का एक मामला चल रहा है. लोगों ने ये पैसे कंपनी की कई स्कीमों में लगाए थे, लेकिन बाद में सहाराश्री को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल पटना हाईकोर्ट के गिरफ्तारी के आदेश पर तत्काल सुनवाई करते हुए रोक लगा दी थी.

अदालत ने सुब्रतो रॉय के खिलाफ आगे किसी तरह की कार्रवाई को लेकर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था. इस मामले में सुब्रतो रॉय जमानत पर बाहर थे. वहीं, निवेशकों के पैसे लौटाने को लेकर सहारा इंडिया ने सेबी के पास रकम जमा कर देने का दावा किया था.

दरअसल, इस साल 29 मार्च को केंद्र सरकार ने कहा था कि सहारा की चार कॉपरेटिव सोसाइटी के 10 करोड़ निवेशकों को 9 महीने के अंदर-अंदर पैसा लौटा दिया जाएगा. फिर सुप्रीम कोर्ट ने सहारा-सेबी रिफंड खाते से 5 हजार करोड़ रुपये केंद्रीय रजिस्ट्रार के खाते में ट्रांसफर करने और इस पैसे को सहारा ग्रुप ऑफ कॉपरेटिव सोसाइटीज के जमाकर्ताओं के बीच बांटने को कहा था. इसी आदेश के तहत सहकारिता मंत्रालय ने सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया था.

अखिलेश यादव ने निधन पर जताया शोक
सुब्रतो रॉय सहारा के निधन पर समाजवादी पार्टी और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक जताया है. समाजवादी पार्टी ने X पर लिखा- “सहाराश्री सुब्रत रॉय जी का निधन अत्यंत दुखद. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. शोकाकुल परिजनों को ये असीम दुख सहने का संबल प्राप्त हो. भावभीनी श्रद्धांजलि.”

अखिलेश यादव ने कहा कि सहारा श्री सुब्रत रॉय जी का निधन उत्तर प्रदेश और देश के लिए भावात्मक क्षति है क्योंकि वो एक अति सफल व्यवसायी के साथ-साथ एक ऐसे अति संवेदनशील विशाल हृदयवाले व्यक्ति भी थे जिन्होंने अनगिनत लोगों की सहायता की उनका सहारा बने. भावभीनी श्रद्धांजलि!

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