नई दिल्ली, मेडिकल स्टोर वालों के लिए ये खबर थोड़ा विचलित कर सकती है. क्योंकि ऐसे केमिस्टों के खिलाफ सरकार एक्शन मोड़ में आ गई है. जो बिना चिकित्सक के पर्चे के दावाईयां बेचते हैं.
ऐसे मेडिकल स्टोर्स संचालकों को सख्त लहजे में कहा गया है. यदि कोई भी नियमों का उलंघन करता पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यही नहीं कुछ कंडीशन्स में ऐसे चिकित्सकों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है… इन दिनों डेंगू का के मरीज देशभर में देखने को मिल रहै हैं. बताया जा रहा है कि गंभीर बीमारी में भी पेनकिलर लेकर मरीज को मौत के मुंह में धकेला जा रहा है. इन सब पर रोक लगाने के लिए ही ये कदम उठाया गया है.
दरअसल, आजकल लोग यूट्वयूब या गूगल पर देखकर कहीं से भी पेनकिलर्स खरीद लेते हैं. उन्हें ये तक पता नहीं होता कि इन पेनकिलर्स के साइडइफेक्ट कितने ज्यादा हैं. डिपार्टमेंट ऑफ ड्रग कंट्रोल ने केमिस्ट को पेनकिलर्स दवाओं का रिकॉर्ड रखने की भी सलाह दी है. हाल ही में डेंगू के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए डिपार्टमेंट ऑफ ड्रग कण्ट्रोल ने कहा था. आमतौर पर लोग डेंगू के इलाज के लिए इबुप्रोफेन डिक्लोफेनाक जैसी दवाइयां ले लेते हैं. जिसके चलते लोगों को बाद में कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. इसलिए दवा विक्रेताओं को साफ लहजे में बिना डॉक्टर पर्चे के ऐसी दवाएं न बेचने के लिए कहा गया है…
आपको बता दें कि यदि कोई भी दवा विक्रेता हेल्थ विभाग द्वारा जारी नियमों का पालन नहीं करता है तो संबधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ऐसी दवाओं का अनियंत्रित उपयोग वेक्टर-जनित रोगों के रोगियों के लिए घातक साबित हो सकता है. इस दवाओं के इस्तेमाल से ह्यूमन ब्लड में प्लेटलेट की कमी होती है. यही नहीं डॉक्टरों ने तो यहां तक कहा है कि ऐसी भी कई पेनकिलर्स हैं जिनका ज्यादा दिन तक उपयोग करने से मनुष्य शरीर को खतरा पैदा हो सकता है… इसलिए समय रहते बिना पर्चे के दवाई देना बंद करना होगा. अन्यथा परिणाम भुगतने के तैयार रहें..