शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक प्रकरण : अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए ढाई से साढ़े तीन लाख रुपये में हुआ था सौदा

लखनऊ, एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में नकल कराने वाले तीन गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पेपर आउट कराने के बाद उसे सॉल्व करके व्हाट्सएप पर शेयर किया जा रहा था। एसटीएफ ने रविवार को नैनी, झूंसी और जॉर्ज टाउन इलाके में छापामारी करके एक सहायक शिक्षक समेत 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पकड़े गए शिक्षक के मोबाइल से सॉल्व पेपर भी मिला है। तीनों गैंग अलग-अलग हैं। अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए ढाई से साढ़े तीन लाख रुपये में सौदा हुआ था। बिहार से पहुंचे सॉल्वर को 20 से 25 हजार रुपये दिया गया था।

सीओ एसटीएफ नवेंदु कुमार सिंह ने बताया कि छिंवकी रेलवे स्टेशन के पास से राजेंद्र पटेल, नीरज शुक्ला, सन्नी सिंह, टिंकू कुमार, शीतल कुमार, धनंजय कुमार, कुनैन राजा और शिवदयाल को गिरफ्तार किया। यह गैंग ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से केंद्र पर नकल कराने वाला था। गैंग सरगना राजेंद्र पटेल ने बिहार से पांच सॉल्वर बुलाये थे। सॉल्वर और अभ्यर्थी की फोटो मिक्स करके एक फोटो बनवाते थे। इसी की मदद से दूसरे की जगह सॉल्वर परीक्षा देने जाता था। वहीं एसटीएफ की दूसरी टीम ने जॉर्ज टाउन में छापेमारी करके सॉल्वर गैंग के सरगना चतुर्भुज सिंह और सॉल्वर संजय सिंह, अजय कुमार, ब्रह्मा शंकर सिंह और सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ का दावा है कि इस परीक्षा से पूर्व भी चतुभुर्ज फर्जीवाड़ा कर चुका है।

एसटीएफ ने झूंसी में छापामारी करके शंकरगढ़ में तैनात सहायक शिक्षक सत्य प्रकाश सिंह को गिरफ्तार किया। शिक्षक के व्हाट्सएप पर टीईटी का सॉल्व पेपर मिला है। इनके साथ अभ्यर्थी अभिषेक सिंह और सॉल्वर अनुराग भी पकड़ा गया है। आरोपी शिक्षक ने बताया कि 2009 में बदायूं में सहायक शिक्षक पर उसकी नियुक्ति हुई थी। 2013 में वह शंकरगढ़ स्थित प्राथमिक विद्यालय करियाखुर्द में सहायक शिक्षक पद पर आ गया। रविवार को वह अपने साढ़ू के लड़के अभिषेक और साढ़ू की बेटी रेणु को परीक्षा पास कराने के लिए अजय देव सिंह से पेपर आउट कराने और सॉल्वर के लिए पांच लाख रुपये में सौदा तय किया था। सुबह साढ़े सात बजे उसके मोबाइल पर टीईटी का सॉल्व पेपर आ गया। वह परीक्षा केंद्र डीएनएमएस गर्ल्स इंटर कॉलेज, झूंसी में सॉल्वर के साथ पहुंचा था लेकिन उसी वक्त एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने बताया कि रेणु की परीक्षा नैनी में थी लेकिन उसकी जगह पर कौन पेपर देने जा रहा था, इसकी जानकारी आरोपी नहीं दे सके। एसटीएफ की मानें तो फरार मास्टर उर्फ अजय की गिरफ्तारी से अन्य राज खुलेंगे।

पकड़े गए आरोपियों के पास से 13 कूटरचित आधार कार्ड, 17 मोबाइल, 11 प्रवेश पत्र, एटीएम, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, कार, 67,820 रुपये, 73 व्हाट्स एप स्क्रीन शॉट, आठ हाई स्कूल और इंटरमीडिएट का अंकपत्र और 28 प्रश्न पत्र का स्क्रीन शॉट बरामद हुआ है। पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ नैनी, झूंसी और जार्जटाउन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

गिरफ्तार आरोपी

पहला गैंग

1-राजेंद्र पटेल-रानीगंज, प्रतापगढ़-सरगना

2-नीरज शुक्ला- प्रतापगढ़-सरगना

3-सन्नी सिंह -गया, बिहार-फोटो मिक्सिंग का काम

4-टिंकू-गया बिहार-सॉल्वर

5-शीतल कुमार वर्मा-गया बिहार-सॉल्वर-फोटो मिक्सर

6-धनंजय कुमार-गया बिहार-सॉल्वर

7-कुनैन राजा-गया बिहार-सॉल्वर

8-शिव दयाल-औरंगाबाद, बिहार-सॉल्वर

दूसरा गैंग

9-अनुराग कश्यप-औरंगाबाद बिहार-सॉल्वर

10-अभिषेक सिंह-कर्वी चित्रकूट-अभ्यर्थी

11-सत्य प्रकाश सिंह-शंकरगढ़-सहायक शिक्षक

तीसरा गैंग

12-चतुर्भुज सिंह-कोरांव- सरगना

13-संजय सिंह-कोरांव-सॉल्वर

14-अजय कुमार-कोरांव-सॉल्वर

15-ब्रम्हा शंकर सिंह-कोरांव-सॉल्वर

16-सुनील कुमार सिंह-खीरी प्रयागराज-सहयोगी

Related Posts