किशोर सशक्तीकरण: इकौना के जगत जीत इंटर कालेज में हुआ अभिरुचि सत्र का आयोजन

लखनऊ, किशोर सशक्तीकरण को लेकर एक ओरियंटेशन सत्र का आयोजन श्रावस्ती के इकौना में जगत जीत इंटर कालेज में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत स्काउट्स एवं गाइड्स (बीएसजी) के द्वारा किया गया जिसका नेतृत्व डीडीयूजीकेवाई यूपी परियोजना के स्टेट ट्रेनिंग कमिश्नर अरविंद श्रीवास्तव ने यूनिसेफ के उत्तर प्रदेश राज्य कार्यालय के सहयोग से किया जिसे शरणम सेवा समिति की ओर से जरुरी सहयोग मिला।

 

इस ओरियंटेशन सत्र का उद्देश्य महत्वपूर्ण विषयों जैसे स्वस्थ बच्चों के लिए स्वस्थ वातावरण—जलवायु परिवर्तन, किशोर स्वास्थ्य एवं पोषण, सफाई व मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता और बच्चों के खिलाफ हिंसा को खत्म करने आदि को केंद्र में रखते हुए बीएसजी प्रतिनिधियों की क्षमता को बढ़ाना था। इस कार्यक्रम के संयोजन की देखरेख बीएसजी के स्काउट रोहित पांडे और यूनिसेफ के कन्सल्टैंट डॉ आशीष कुमार ने की।

जगत जीत इंटर कालेज में अंग्रेजी के वरिष्ठ व्याख्याता श्री राम बिहारी बाजपेयी ने किशोरों पर सीधा असर डालने वाले विषयों को संबोधित करते हुए सत्र के आयोजन को रेखांकित किया व लखनऊ से पहुंची यूनिसेफ और शरणम की टीम का स्वागत किया। उन्होंने किशोरों को सुनने पर विशेष बल देते हुए कहा कि यह उनके शारीरित व भावनात्मक विकास का महत्वपूर्ण चरण है।

 

डॉ आशीष ने किशोरों से सतत संवाद बनाए रखने के महत्व पर विस्तार से बताते हुए कहा कि इस तरह के सहभागी दृष्टिकोण को अपनाए जाने को प्रेरित करना होगा जहां शिक्षक युवाओं को सुनें और उनसे सीखें। इस तरह का दृष्टिकोण अपनाने से प्रभावी संवाद विकसित होता है जो किशोरों को अपने मुद्दे सामने रखने में मदद करता है।
यूनिसेफ में एसबीसी आफिसर दया शंकर सिंह ने बीएसजी को सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए किशोरों के प्रतिभाग के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने महत्वपूर्ण विषयों पर किशोरों के आवाज उठाने और अपने समुदायों में प्रभावी गतिविधियों को संचालित करने से साथ ही परिवर्तन संबंधी गाथाओं को लोगों के बीच ले जाने पर खास जोर दिया।

शरणम सेवा समिति की संयोजिका सुश्री सना ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए इस ओरियंटेशन सत्र के उद्देश्यों के बारे में बताया। उन्होंने सक्रिय भागीदारी खास कर स्कूलों के प्रधानाचार्यों, शिक्षकों व छात्रों पर जोर दिया और सभी से चार मुख्य थीमों को समझने पर उससे जुड़ने का आग्रह किया।

 

युनिसेफ में कम्यूनिकेशन विशेषज्ञ सुश्री निपुण गुप्ता ने अर्थपूर्ण ढंग से किशोर आधारित प्रतिभाग पर विशेष बल दिया। उन्होंने बच्चों के चेंज मेकर्स की भूमिका पर जोर देते हुए उनके प्रभावी प्रतिभाग की जरुरत को बताया और उनकी चिंताओं को सुनने व हल के महत्व को रेखांकित किया।

यूनिसेफ की ओर से अलग अलग थीमों के विशेषज्ञ के तौर पर सोनल राठौर, डॉ आनंद और अनुराग ने पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के जरिए चार मुख्य थीमों को प्रस्तुत किया। इन प्रस्तुतिकरण में बच्चों व किशारों में जलवायु परिवर्तन का असर, स्वच्छता के महत्व, मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता, किशोरों का स्वास्थ्य एवं पोषण और बच्चों के खिलाफ हिंसा जैसे मुद्दों को कवर किया गया।

 

ओरियंटेशन सत्र का समापन प्रधानाचार्यों व शिक्षकों के साथ एक छोटे सत्र के साथ हुआ जिसमें बीएसजी क्लब के सदस्यों को व उनके स्कूलों के अन्य किशोरों को जोड़ने की कार्ययोजना तैयार करने पर बात की गयी। सुश्री निपुण ने किशोरों के अपने समुदायों में थीम चयनित करने व इन मुद्दों को संबोधित करने के अवसर पैदा करने के साथ ही स्थानीय नेताओं को इस प्रक्रिया में जोड़ने पर जोर दिया।

श्री अरविंद श्रीवास्तव ने बच्चों के सशक्तीकरण के प्रयासों के लिए सभी प्रतिभागियों व यूनिसेफ की टीम के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ सत्र का समापन किया। उन्होंने सकारात्मक कार्यों के लिए, ओरियंटेशन के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए और किशोरों के लिए एक इस तरह का महौल बनाने जहां उनकी आवाज सुनी जा सके, के लिए प्रधानाचार्यों व शिक्षकों को प्रेरित किया।

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