



नई दिल्ली, वैष्णो देवी को हिंदुओं का बड़ा धाम माना जाता है. हर साल लाखों श्रद्धालु माता रानी के दर्शनों के लिए कटरा पहुंचते हैं और फिर वहां से करीब 14 किमी की चढ़ाई करके माता के भवन पहुंचते है.
पिछले साल करीब 95 लाख लोग वैष्णो देवी पहुंचे थे. इस साल 20 नवंबर तक वहां पर 86 लाख लोग दर्शनों के लिए पहुंच चुके हैं. माना जा रहा है कि 31 दिसंबर तक यह आंकड़ा 1 करोड़ को पार कर जाएगा. इस प्रकार वैष्णो देवी पर इस बार नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है.
महज एक घंटे की रह जाएगी चढ़ाई
कटरा से वैष्णो देवी तक की यात्रा 14 किमी की है. जिसे पैदल कवर करने में श्रद्धालुओं को करीब 6-7 घंटे का समय लग जाता है. वहीं अगर कोई घोड़े पर यह सफर करना चाहता है तो भी उसे 3-4 घंटे लगते हैं. हेलीकॉप्टर के जरिए कटरा से सांझीछत जाने वाले श्रद्धालुओं को भी वहां से ढाई किमी तक की पैदल यात्रा करनी ही पड़ती है, जिसमें 2-ढाई घंटे लग जाते हैं. लेकिन अब सरकार एक ऐसी सुविधा तैयार करने जा रही है. जिससे कटरा से भवन तक का सारा सफर महज एक घंटे में सिमटने जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड अब कटरा से लेकर सांझीछत तक रोपवे तैयार करने जा रही है. इस प्रोजेक्ट पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है. इस रोपवे के जरिए दिनभर में करीब 1 हजार श्रद्धालु आवागमन कर सकेंगे. इस रोपवे के वर्ष 2026 से चालू होने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि इस परियोजना के पूरा होने से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलने जा रही है.
बच्चों और बुजुर्गों को होगा बहुत फायदा
माना जा रहा है कि कटरा-सांझीछत रोपवे शुरू होने से वैष्णो देवी जाने वालों की संख्या में और इजाफा होगा. जो लोग अब तक पैदल या घोड़े पर चलने में खुद को असमर्थ महसूस करते थे. वे अब आसानी से रोपवे के जरिए कटरा से सांझीछत पहुंच सकेंगे. वहां से भवन तक की ढाई किमी की दूरी वे पैदल, घोड़े या पालकी के जरिए आसानी से पूरी कर पाएंगे. इससे बुजुर्गों और बच्चों को बेहद लाभ होगा. साथ ही वैष्णो देवी यात्रा के लिए लोगों को अब एक ओर नया विकल्प मिल सकेगा.