वन विभाग ने रूकवाई अशोक के 100 साल पुराने दोनों हरे भरे पेड़ों की कटान

सो रहा है रेरा,नगर निगम पार्क पर भी जारी हैं भूमाफिया गतिविधियाँ

लखनऊ,मीराबाई मार्ग पर स्थित रघुबर दयाल मिश्रा की पारिवारिक बगिया में लगे सौ साल पुराने हरे पेड़ो की कटाई क्षेत्रीय फारेस्ट रेंज ऑफिसर रहमान ने रूकवा दी है। जिला वन अधिकारी के पास सम्बंधित हरे पेड़ो की कटान से जुड़ी शिकायत पहुंचते ही वन विभाग ने फौरन कार्यवाही करते हुए अशोक के दोनों हरे पेड़ो को कटने से रोक दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पेड़ काटने वाले पक्ष ने सम्बंधित विवादित भूमि की कथित रजिस्ट्री के कागज वन विभाग में दिखा कर विभागीय स्वीकृति प्राप्त कर ली थी किन्तु स्वयं को इस भूमि का असली मालिक बताने वाले रघुबर दयाल मिश्रा के परिवारजनों का कहना है कि यह पूरा क्षेत्र अविभाजित हिन्दू प्रॉपर्टी अधिनियम के अंतर्गत चिन्हित है और इसे खरीदने या बेचने का अधिकार किसी अन्य व्यक्ति को नहीं है।

यह पूछे जाने पर कि अखिर विवादित जमीन की रजिस्ट्री जिलाधिकारी कार्यालय से कैसे हो गई,मिश्रा परिवार ने दोनों पेड़ों पर हाईकोर्ट स्टे की जानकारी दी। बहरहाल इन दोनों आसमान छूते हरे पेड़ों को काटने पर जाने पर रघुबर दयाल लेन में रहने वाले सभी नागरिक दुखी नज़र आए।एक तरफ 100साल से पुराने पेड़ों को चिह्नित करके उन्हें पर्यावरण रक्षक का सम्मान देने की योजना योगी सरकार चला रही है,दूसरी तरफ मीराबाई मार्ग पर ही100साल से पुराने हरे अशोक के पेड़ों को काटने का परमिट वनविभाग जारी कर रहा है।

एक स्थानीय निवासी के अनुसार यह स्थान लखनऊ नगर पालिका का पंजीकृत सोसाइटी पार्क है जिसे खाली देखकर यहां भूमाफिया गतिविधियाँ पिछले तीस पैतीस वर्षों से देखी जा रही हैं।लखनऊ नगर पालिका सोसाइटी पार्क नियमावली 1935
के अंतर्गत एक सामुदायिक पार्क के रूप में इस स्थल के पंजीकृत होने की जानकारी लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया और नगर आयुक्त को दे दी गई है।

अब अगर यह स्थल नगर निगम के सोसाइटी पार्क के रूप में पाया जाता है तो सरकारी भूमि पर लगे हरे पेड़ो के कटाने का विवाद आने वाले समय में और बढ़ सकता है।

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