गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात से सभी सन्न हैं. मुंबई में मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करने वाले बेटे ने गांव पर ही किसी बात पर नाराज होकर घर में फंदे से झूल गया.
इसकी जानकारी घर लौटी मां और बहन को हुई, तो दोनों ने सदमे में आकर जहर खा लिया. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. गांव में एक ही परिवार के तीन लोग की मौत से गांव में मातम पसर गया है.
गोरखपुर के हरपुर बुदहट थानाक्षेत्र के कुचडेहरी गांव में बुधवार को ये घटना घटी. घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने बेटे मोहित कन्नौजिया (18 वर्ष) के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मां कौशिल्या देवी और बहन सुप्रिया को इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज ले जाया गया. जहां कुछ ही देर बाद मोहित की बहन सुप्रिया (14 वर्ष) की मौत हो गई. मां कौशिल्या देवी का बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा था. गुरुवार 1 मई को सुबह उन्होंने ने भी दम तोड़ दिया.
एसपी नार्थ जितेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि मोहित मुंबई में काम करता था और एक हफ्ते पहले ही अपने गांव आया था. बुधवार को सुबह वह अपनी मां कौशिल्या देवी और बहन सुप्रिया के साथ दवा लाने हरपुर जा रहा था. रास्ते में किसी बात को लेकर उसकी मां से कहासुनी हो गई.
इसके बाद मोहित वापस घर लौट आया और कमरे में जाकर खुद को फांसी लगा ली. जब मां और बहन दवा लेकर घर वापस लौटीं, तो उन्होंने मोहित को फंदे से लटका हुआ देखा. यह देख दोनों सदमे में आ गईं और दोनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया. दोनों की अस्पताल में मौत हो गई. एक ही परिवार में तीन-तीन मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है. मोहित के पिता अंगद कन्नौजिया की लगभग 10 साल पहले मौत हो चुकी है.
दस साल पहले पिता की हो गई थी मौत
गीडा थानाक्षेत्र के कूचडेहरि गांव के हरिलाल के तीन बेटे थे. गंगा सागर, अंगद कन्नौजिया और रवि. गंगा सागर और रवि परिवार के साथ मुंबई में रहकर काम करते थे. अंगद परिवार के साथ गांव पर रहते हुए मां और पिता की देखभाल करता था. अंगद की 10 वर्ष पहले मौत हो गई. इसके बाद उसकी पत्नी कौशिल्या देवी, 18 वर्षीय बेटा मोहित और बेटी सुप्रिया गांव पर रहने लगे.
पिता की मौत के बाद बेटा मोहित भी बड़े पिता और चाचा के साथ मुंबई चला गया. गांव पर मां कौशिल्या देवी और बहन सुप्रिया के साथ सास-ससुर की देखभाल करने लगे. तीन महीने पहले कौशिल्या की सास की मौत होने पर मुंबई से पूरा परिवार आया था. काम होने के बाद वापस गया तो बेटा मोहित भी चला गया. एक सप्ताह पहले मोहित किसी काम से घर आया था और मां की थोड़ी सी डांट से उठाए बेटे के कदम ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया.