गाज़ीपुर, सिटी रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई एक चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया है, जहां हिंदू महिलाओं ने बुर्के का इस्तेमाल कर चोरी को अंजाम दिया। जीआरपी (रेलवे सुरक्षा बल) ने कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया, जिन्होंने बुर्का पहनकर लोगों को भ्रमित किया और चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया।
जीआरपी गाजीपुर सिटी के थाना प्रभारी अखिलेश कुमार के अनुसार, महिलाओं के एक समूह ने भीड़भाड़ का फायदा उठाते हुए बुजुर्ग महिला श्री बसंत सिंह कुशवाहा की माता जी के गले से सोने की चेन चुरा ली। चोरों ने बुर्का पहन रखा था, जिससे उनकी पहचान छिप गई। घटना के तुरंत बाद, बुजुर्ग महिला के पुत्र ने उन्हें पहचान लिया, जब वे अपनी माता जी को छोड़ने आए थे। महिलाओं ने चोरी के बाद बुर्का हटाकर साड़ी पहन ली, जिससे लोग भ्रमित हो गए और उन्हें पकड़ना मुश्किल हो गया।
इस घटना ने चोरी की एक नई तरकीब को उजागर किया है, जहां महिलाएं बुर्के के नीचे साड़ी पहनकर चोरी करती हैं। चोरी के बाद वे बुर्का हटा देती हैं, जिससे वे भीड़ में आसानी से घुलमिल जाती हैं और उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। गिरफ्तार महिलाओं का दावा है कि वे हिंदू हैं, लेकिन चोरी करने के लिए मुस्लिम महिलाओं का बुर्का पहनती हैं ताकि उनकी असली पहचान छिपी रहे।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने चोरी के मामले में धारा 379 के तहत एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन महिलाओं से चोरी का आभूषण बरामद होने के बाद धारा 411 भी जोड़ी गई। इसके साथ ही, चूंकि यह महिलाएं मिलकर चोरी करती थीं और एक-दूसरे का सहयोग करती थीं, उनके खिलाफ धारा 414 भी लगाई गई है। फिलहाल पुलिस इन्हें न्यायालय में रिमांड पर लेकर आगे की कार्रवाई कर रही है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि आजकल चोर नई-नई तरकीबें अपनाकर कानून से बचने की कोशिश कर रहे हैं। बुर्का पहनकर चोरी करना और फिर साड़ी में बदल जाना एक चालाकी भरा तरीका था, लेकिन जीआरपी की मुस्तैदी से यह महिलाएं पकड़ी गईं। पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही न्यायालय में उन्हें पेश किया जाएगा।