योगी को याद आयी हाइकोर्ट की रूलिंग : कहा गिरफ्तारी से पहले पर्याप्त सबूत भी होने चाहिए.

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर और लखनऊ की तुलना करना सही नहीं है। लखनऊ राज्य की व्यवस्था के संचालन का केंद्र है और गोरखपुर मेरी आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है. सीएम योगी ने कहा कि हमने पूरी ईमानदारी से दमदार तरीके से राज्य सरकार की मौजूदगी गांव-गांव में और घर-घर पहुंचाई. उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव के ठीक पहले चुनावी घोषणापत्र का नाम लोक कल्याण संकल्प पत्र रखा था. हमें खुशी है कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र को अक्षरश: लागू किया है. यूपी ने पुनः अपने खोए हुए गौरव को प्राप्त किया है.

लखीमपुर खीरी हिंसा पर सीएम योगी ने कहा कि ये घटना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार इसकी तह तक जाकर जांच कर रही है. लोकतंत्र में हिंसा का स्थान नहीं है. चाहे वह कोई भी हो कानून सबके लिए समान है, कानून सबके साथ समान तौर पर व्यवहार भी करेगा. लेकिन उच्च न्यायालय की ये रूलिंग भी है कि गिरफ्तारी से पहले पर्याप्त सबूत भी होने चाहिए. हम किसी के खिलाफ केवल आरोप पर गिरफ़्तारी नहीं करेंगे. हमने सबूत मिलने के बाद सभी की गिरफ्तारी की है, चाहे वह भाजपा का MLA हो या विपक्ष का नेता.

जब सीएम योगी से पुछा गया कि कांग्रेस समेत विपक्ष के तमाम नेताओं का आरोप है कि उन्हें लखीमपुर जाने से रोका गया, इस पर सीएम योगी ने कहा कि हमने शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की. हमारे विपक्ष के जो लोग थे ये कोई सद्भावना के दूत नहीं थे. एक बार तहकीकात पूरी हो जाने दीजिए, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.

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