लखनऊ , पांच जून को गंगा दशहरा पर ब्रजघाट और तिगरी धाम में स्नान को देखते हुए मंगलवार से हाईवे पर भारी वाहनों का संचालन प्रतिबंधित रहेगा। गंगा घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यातायात विभाग ने तीन जून दोपहर 12 बजे से पांच जून की रात दस बजे तक के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू कर दिया है।
एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि डायवर्जन को लागू कराने के लिए मंगलवार की दोपहर में जगह-जगह फोर्स तैनात कर दी जाएगी। डायवर्जन के दौरान दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर भारी वाहन, मालवाहक वाहन जैसी निजी बसें, ट्रक, ट्रैक्टर-ट्राॅली के संचालन पर रोक रहेगी।
एसपी ने बताया कि फिलहाल बाइक-कार व रोडवेज बसों पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, अगर भीड़ बढ़ी तो हल्के वाहनों और रोडवेज बसों को भी बदले हुए मार्गों से गुजारा जाएगा।
इन रास्तों से गुजरेंगे भारी वाहन
मुरादाबाद से मेरठ, बिजनौर और मुजफ्फरनगर की ओर जाने वाले भारी वाहन वाया टीएमयू अंडरपास, शेरूआ चौराहा, छजलैट, नूरपुर, बिजनौर होते हुए जाएंगे।
मुरादाबाद से हापुड़ गाजियाबाद और दिल्ली की तरफ जाने वाले भारी वाहन बिलारी, चंदौसी, बबराला नरौरा, डिबाई बुलंदशहर होते हुए जाएंगे।
पंडित नगला बाईपास आरओबी पर मार्च तक दौड़ेंगे वाहन
पंडित नगला बाईपास स्थित आरओबी के पिलरों पर बीम और गर्डर रखने का काम तेज हो गया है। सेतु निगम के अभियंताओं का दावा है कि अगले साल मार्च तक आरओबी बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद वाहन दौड़ने लगेंगे। पंडित नगला बाईपास पर सेतु निगम 1.02 अरब की लागत से रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण कर रहा है।
पुल का निर्माण करने के लिए 16 पिलर तैयार हो गए हैं। पिलरों पर बीम और लोहे के गर्डर चढ़ाने के कार्य में तेजी आ गई है। खतरे से बचने के लिए यातायात पुलिस ने हनुमान मूर्ति पुल से बाईपास की तरफ वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। छोटे वाहनों को संभल फाटक पुल की तरफ डायवर्ट किया गया है।
आरओबी का निर्माण गाजियाबाद और दिल्ली की दो फर्म केकेआर और जेएसबी को संयुक्त रूप से करा रही हैं। पुल की लंबाई 854 मीटर और चौड़ाई 7.50 मीटर है। बीम को चढ़ाने के बाद 24-24 मीटर के स्लैब ढाले जाएंगे। पुल की सड़क बनने के बाद वाहनों का संचालन कर बेयरिंग की स्थिति का आंकलन किया जाएगा।
मार्च 2026 तक आरओबी का काम पूरा हो जाएगा। पुल का निर्माण होने से शहर के कारोबारियों के अलावा चंदौसी, संभल और बदायूं के वाहन चालकों को काफी सहूलियत मिलेगी। – शशिकांत, पीडी, सेतु निगम